सार

वीनस कंपनी के मालिक और फिल्म प्रोड्यूसर चंपक जैन से जुड़ीं कुछ यादें शेयर की उनके करीबी मित्र नभ कुमार राजू ने। राजू ने वीनस के संग कई हिट म्यूजिक एलबम दिए हैं। वे सलमान खान की फिल्म 'दबंग-3' के एसोसिएट डायरेक्टर भी हैं।

भोपाल. 'वीनस रिकॉर्ड्स और टेप्स एंड यूनाइटेड 7' के मालिक और फिल्म निर्माता चंपक जैन का गुरुवार शाम को ब्रेनहैमरेज से निधन हो गया। अक्षय कुमार, सैफ अली और शिल्पा शेट्टी स्टारर 'मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी' और शाहरुख खान-ऐश्वर्या राय स्टारर 'जोश' जैसी फिल्मों के निर्माता चंपक जैन से जुड़ीं कुछ ऐसी बातें हैं, जो सिर्फ उनके करीब ही जानते हैं। ऐसी ही कुछ पुरानी यादें उनके अभिन्न मित्र नभ कुमार राजू ने asianetnews.com से शेयर कीं।

मुंबई के डूबने के खतरे को लेकर चिंतित थे

मेरी इतनी लंबी फिल्मी यात्रा में जो चंद दोस्त बने, उनमें से एक थे चंपकलाल जी। हमारी दोस्ती बियोंड फिल्म मटेरियल वर्ल्ड(फिल्मी संसार से हटकर) थी। कई बार हम ऐसे विषयों पर चर्चा करते थे, जिनका फिल्मों से दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं होता था। चंपकलालजी नेचर लवर थे। यह कुछ साल पहले की बात है। एक बार हम मुंबई के समुद्र तटों को लेकर डिस्कशन कर रहे थे। हमने बताया कि समुद्र के तटों पर जो मैंग्रोव के जंगल(झाड़) हैं, वे खत्म होते जा रहे हैं। ये झाड़ समुद्री लहरों की तीव्रता को रोकते हैं। इन मैंग्रोव को उगने-बढ़ने में कई साल लग जाते हैं। लेकिन एक झटके में उन्हें उखाड़ दिया जाता है। इन झाड़ों का इस्तेमाल भोजन, औषधि, ईंधन और इमारती लकड़ी के तौर पर होता है। इन झाड़ों को काटने का खामियाजा हमें भुगतना पड़ रहा है। मुझे अभी भी याद है कि यह सुनकर उनके चेहरे पर चिंता के भाव उभर आए थे। उन्होंने कहा-यार नभजी यह बताओ कि हम क्या कर कर सकते हैं?

मैंने कहा-आप ऑडियो-वीडियो कंपनी चलाते हैं, फिल्में बनाते हैं। आप इस पर कुछ ऐसा ऑडियो या वीडियो बनाइए, जिससे हम अपने समुद्र तटों की रक्षा कर सकें। उन्होंने इस पर काम किया। अपनी कंपनी से ऑडियो-वीडियो बनवाकर मैंग्रोव के जंगलों को बचाने एक मुहिम चलाई। अब आप देखिए! कुछ साल पहले चंपकलालजी और हम इस समस्या पर चर्चा कर रहे थे। अब कम्युनिकेशन जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी ने चौंकाने वाला खुलासा कर दिया है। यानी 2050 तक मुंबई के डूबने का खतरा है। अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी की अर्बन ईकोलॉजिस्ट हरीनी नरेंद्र ने भी मुंबई में मैंग्रोव की बर्बादी पर निराशा जाहिर की है।

हॉस्पिटल में मालूम चला चंपकलालजी नहीं रहे
चंपकजी का ऑफिस और मेरा घर आसपास है। अकसर उनसे मुलाकातें होती रहती थीं। कुछ समय पहले उनसे फोन पर बात हुई थी। उन्होंने मिलने के लिए बुलाया। लेकिन तब मैं  'दबंग-3' शूट कर रहा था, इसलिए रूबरू मिलना नहीं हो पाया। वे जिस हॉस्पिटल में भर्ती थे, संयोग से मेरे एक परिचित भी वहां एडमिट थे। मैं उसे देखने गया था। वहां जब चंपकजी के परिजनों को देखा, तब मालूम चला कि वे हॉस्पिटल में भर्ती हैं। मैंने एक सीनियर डॉक्टर से बात की, तो उसने बताया कि चंपकजी इस दुनिया में नहीं रहे। चंपकजी का जाना मेरे लिए एक बहुत बड़ा सदमा है। मैं सारी रात ठीक से सो नहीं सका।

(दबंग-3 के पैकअप के बाद सलमान खान और टीम के साथ नभ कुमार राजू)

कोई भी काम हो, मुझे जरूर याद करते थे
चंपकजी के साथ मैंने बहुत काम किया। वे मुझ पर इतना भरोसा करते थे कि पूरा काम ही सौंप देते थे। मैंने एक फिल्म 'चोट' डायरेक्ट की थी। 2004 में रिलीज हुई इस फिल्म का म्यूजिक वीनस ने ही निकाला था। मैंने उनके साथ कई हिट वीडियो भी दिए। अल्ताफ राजा इनके मेन सिंगर थे। अल्ताफ का हिट एलबम 'ताजा हवा लेते हैं' मैंने ही किया था।

 

(यह तस्वीर चोट फिल्म की शूटिंग के दौरान की है। इसमें लाल टीशर्ट में नभ कुमार राजू, जबकि लाल घेरे में चंपक जैन हैं)