सार
21 जून को अमरावती में हुई दवा व्यापारी उमेश कोल्हे की हत्या में आए दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हत्या का मास्टरमाइंड इरफान और उसके साथी उमेश कोल्हे की बर्बर तरीके से हत्या करना चाहते थे। उनकी प्लानिंग थी कि उमेश का सिर धड़ से अलग कर दिया जाए। लेकिन एक वजह से उनके प्लान पर पानी फिर गया।
Umesh Kolhe Murder Case: अमरावती में 21 जून को दवा व्यापारी उमेश कोल्हे मर्डर केस में आए दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, हत्यारों ने 21 जून से पहले भी दो बार उमेश कोल्हे का सिर काटने की कोशिश की थी। हालांकि, दोनों बार वो इस कोशिश में नाकाम रहे थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 19 जून को जब मास्टरमाइंड इरफान शेख रहीम उमेश कोल्हे का सिर काटने पहुंचा तो खुद बुरी तरह डर गया था। डर की वजह से उसने 19 जून को हत्या का प्लान कैंसिल कर दिया था।
20 जून को दोबारा की हत्या की नाकाम कोशिश :
20 जून को इरफान और उसके साथियों ने एक बार फिर हत्या की प्लानिंग की। हालांकि, जब तक हत्यारे उमेश कोल्हे का सिर काटने उनकी दुकान तक पहुंचते, इससे पहले ही उमेश के घर से फोन आ गया और वो वक्त से पहले ही दुकान बंद करके घर चले गए।
तीसरी कोशिश में हुई उमेश कोल्हे की हत्या :
इसके बाद 21 जून को हत्यारों ने फिर एक बार प्लान बनाया। रात 10 से साढ़े 10 बजे के बीच जब उमेश कोल्हे अपनी दुकान बंद करके घर की ओर जा रहे थे, तभी हत्यारों ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में उमेश की गर्दन पर 7 इंच लंबा और 5 इंच गहरा जख्म मिला। इसके साथ ही उनकी दिमाग की नस, सांस और आहार नली भी कट गई, जिससे उनकी मौत हो गई।
उमेश का सिर धड़ से अलग करना चाहते थे हत्यारे, लेकिन..
हत्या का मास्टरमाइंड इरफान और उसके साथ उमेश कोल्हे की बर्बर तरीके से हत्या करना चाहते थे। उनकी प्लानिंग थी कि उमेश का सिर धड़ से अलग कर दिया जाए। लेकिन पीछे से कोल्हे के बेटे-बहू आ गए और शोर मचने की वजह से हत्यारे बेहद डर गए। इसके बाद वो वहां से भाग निकले। उमेश कोल्हे की हत्या में पुलिस ने 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें इरफान शेख, यूसुफ खान, शाहरुख, शोएब खान, आतिब रशीद, अब्दुल तौफीक और मुदस्सिर शामिल हैं।
उमेश कोल्हे के जिगरी दोस्त यूसुफ ने किया दगा :
बता दें कि उमेश कोल्हे के दोस्त डॉक्टर यूसुफ ने ही हत्यारों को उनके मर्डर के लिए उकसाया। दरअसल, यूसुफ ने ही उमेश कोल्हे की पोस्ट को वाट्सएप ग्रुप में शेयर किया था। बाद में उस पोस्ट को कई और ग्रुप में शेयर किया गया। यूसुफ ने ही हत्यारों को उमेश कोल्हे का पता और हर बात की जानकारी दी थी। बाद में किसी को कोई शक न हो, इसके लिए वो उमेश के अंतिम संस्कार में शामिल हुआ था।
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