सार

ओबीसी कोटा को लेकर महाअघाड़ी सरकार को घेर रही बीजेपी अपने नेताओं के बयान से बैकफुट पर है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल की सुप्रिया सुले पर की गई महिला विरोधी टिप्पणी से राजनीति बवाल मचा हुआ है।

नई दिल्ली। महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल के महिलाओं को लेकर कमेंट ने राजनीतिक तूफान ला दिया है। पाटिल ने बुधवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की नेता सुप्रिया सुले पर निशाना साधते हुए एक बेहद विवादास्पद टिप्पणी की है। बीजेपी नेता ने एक विरोध प्रदर्शन के दौरान सांसद सुले से कहा कि अगर आप राजनीति नहीं समझती हैं, तो घर जाकर खाना बनाएं। महाराष्ट्र में ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) के लिए आरक्षण को लेकर दोनों पार्टियों के बीच विवाद के दौरान महिलाओं को कमतर बताने वाली यह टिप्पणी की गई है। 

ओबीसी कोटा को लेकर दोनों पार्टियां हैं आमने-सामने

दरअसल, महाराष्ट्र से सांसद व एनसीपी नेता सुप्रिया सुले, बीजेपी शासित राज्य मध्य प्रदेश में स्थानीय निकाय चुनाव में ओबीसी कोटा को लेकर सुप्रीम कोर्ट से मिली हरी झंडी पर सवाल कर रही थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दिल्ली आए और किसी से मुलाकात की। मुलाकात के बाद उनको ओबीसी कोटा के लिए हरी झंडी मिल गई। 

सुले ने पार्टी की एक बैठक में मराठी में कहा, "मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री दिल्ली आए और 'किसी' से मिले... मुझे नहीं पता कि अगले दो दिनों में अचानक क्या हुआ और उन्हें ओबीसी आरक्षण के लिए हरी झंडी मिल गई।" सुले ने यह भी कहा कि उन्होंने अपनी दिल्ली यात्रा के दौरान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से संपर्क किया था, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि उन्होंने राहत पाने के लिए क्या किया।

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कर दी महिला विरोधी टिप्पणी

सुले के आरोप के बाद महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने बयान देकर तूफान खड़ा कर दिया। चंद्रकांत पाटिल ने सुप्रिया सुले पर ही सवाल खड़े करते हुए कहा "आप राजनीति में भी क्यों हैं? बस घर जाओ और खाना बनाओ। दिल्ली जाओ या कब्रिस्तान में, लेकिन हमें ओबीसी कोटा दिलाओ। चंद्रकांत पाटिल की प्रतिक्रिया के बाद महाराष्ट्र के राजनीतिक दल पाटिल के बहाने बीजेपी पर महिला विरोधी होने का आरोप लगाते हुए हमला बोल दिया।

विरोध बढ़ा तो पाटिल ने दी सफाई

राजनीतिक दलों के मुखर होने के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल बैकफुट पर आ गए। सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि उनका मतलब है कि सुश्री सुले को राजनीति में गांवों में जाकर उन्हें समझने की कोशिश करनी चाहिए। भाजपा नेता ने कहा कि महिलाओं का सम्मान करना मेरे स्वभाव में है। मेरा मतलब यह था कि उन्हें ग्रामीण इलाकों में रहना सीखना चाहिए जहां इस तरह की कहावतें हैं। मैं सुप्रिया-ताई का सम्मान करता हूं और हम अक्सर बात करते हैं।

राकांपा ने कहा चपाती बनाना सीखो पाटिल साहब

राकांपा ने सुले के पक्ष में उतरने हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को महिला विरोधी टिप्पणी करने के लिए आड़े हाथों लिया। एनसीपी ने कहा कि श्री पाटिल चपाती बनाना सीखो ताकि घर पर अपनी पत्नी की मदद कर सको। सुले के चचेरे भाई महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि उन्हें इस तरह बोलने का अधिकार नहीं है। उन्हें मेरी बहन के बारे में इस तरह बोलने का कोई अधिकार नहीं है।

सुले के पति भी उतरे इस वॉर में...

सुश्री सुले के पति सदानंद सुले ने ट्विटर पर एक्सचेंज पोस्ट किया जिसमें भाजपा को गलत पार्टी बताया। सदानंद सुले ने कहा कि मुझे अपनी पत्नी पर गर्व है जो एक गृहिणी, मां और एक सफल राजनेता। वह भारत की कई अन्य मेहनती और प्रतिभाशाली महिलाओं में से एक है। यह सभी महिलाओं का अपमान है।