सार

किसी अफसर के ट्रांसफर के बाद ऐसा मंजर न के बराबर देखने का मिलता है। नागपुर महानगरपालिका(मनपा) के आयुक्त  तुकाराम मुंढे का मुंबई में ट्रांसफर हो गया है। उन्हें महाराष्ट्र प्राधिकरण(MJP)में सचिव बनाया गया है। मुंढे कोरोना संक्रमण से निकले हैं। लिहाज लंबे समय से लोगों से मुलाकात नहीं हो पा रही थी। अब ट्रांसफर का सुनकर लोग उनस मिलने पहुंच गए।

 

नागपुर, महाराष्ट्र. किसी अफसर के ट्रांसफर के बाद ऐसा मंजर न के बराबर देखने  को मिलता है। नागपुर महानगरपालिका (मनपा) के आयुक्त  तुकाराम मुंढे का मुंबई में ट्रांसफर हो गया है। उन्हें महाराष्ट्र प्राधिकरण(MJP)में सचिव बनाया गया है। मुंढे कोरोना संक्रमण से निकले हैं। लिहाजा लंबे समय से लोगों से मुलाकात नहीं हो पा रही थी। अब ट्रांसफर का सुनकर हजारों लोग उनसे मिलने पहुंच गए। लोग उनकी कार्यशैली से बहुत प्रभावित थे। वे लोगों में कितने लोकप्रिय थे, इसका अंदाजा लोगों की आंखों में आंसू देखकर किया जा सकता था।

लोगों ने ट्रांसफर रोकने की गुहार लगाई
इस दौरान भीड़ ने सरकार से उनका ट्रांसफर निरस्त कराने की गुहार तक लगाई। कुछ लोगों ने तो सरकार के खिलाफ नारेबाजी तक कर दी। हालांकि उन्हें फिर समझाया गया कि यह सरकारी प्रक्रिया है। ट्रांसफर होते रहते हैं। बता दें कि मुंढे नागपुर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी भी संभाल रहे थे। इसी बीच उन पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आरोप भी लगाया था। इसी वजह से लोग इस ट्रांसफर को राजनीति से प्रेरित मान रहे थे।

 

मुंढे ने नागपुर से जाते वक्त फेसबुक पर लोगों का आभार माना। उन्होंने वीडियो संदेश में अपने अनुभव शेयर किए। बहरहाल, उन्हें विदा करने पहुंचे हजारों लोगों ने फूल बरसाए। उनकी गाड़ी के आगे खड़े होकर रोने लगे।