सार

महाराष्ट्र सरकार के मंत्री गुलाबराव पाटिल ने अपने विरोधियों को कहा कि जो लोग विकास का उदाहरण देखना चाहते हैं, वे हमारे विधानसभा क्षेत्र और जिले की सड़कों को देख सकते हैं। यहां की सड़कें हेमा मालिनी की गाल की तरह चिकनी हैं। अगर ये हेमा मालिनी के गाल जैसी नहीं हैं तो मैं इस्तीफा दे दूंगा।

नागपुर (महाराष्ट्र). बॉलीवुड की डीम गर्ल और भाजपा नेत्री हेमा मालिनी (hema malini) के गालों जैसी सड़कें बनाने वाले बयान लगता है अब भारतीय राजनीति में आम हो गए हैं। अब महाराष्ट्र के जल आपूर्ति एवं स्वच्छता मंत्री और शिवसेना के सीनियर नेता गुलाबराव पाटिल ने अपने जिले की सड़कों की तुलना हेमा मालिनी के गालों से की है। मंत्री के विवादित बयान के चलते राज्य महिला आयोग ने आपत्ति जताते हुए कानूनी कार्रवाई की बात कही थी। हालांकि बाद में  पाटिल ने अपने बयान पर माफी मांग ली है। हालांकि यह बयान किसी नेता ने पहली बार नहीं दिया  है। इससे पहले भी सीएम से लेकर मंत्री-विधायक तक ऐसे विवादित बयान दे चुके हैं। पहले भी इन नेताओं ने दिए ऐसे विवादित बयान...

हेमा मालिनी के गाल जैसी सड़क नहीं दिखी तो इस्तीफा दे दूंगा...
दरअसल, महाराष्ट्र सरकार के मंत्री गुलाबराव पाटिल रविवार को अपने विधानसभा क्षेत्र जलगांव जिले दौर पर पहुंचे हुए थे। जहां उन्होंने जिले के बोधवाड़ नगर पंचायत चुनाव के दौरान एक चुनावी बैठक की। इस दौरान उन्होंने अपने विरोधियों को कहा कि जो लोग विकास का उदाहरण देखना चाहते हैं, वे हमारे विधानसभा क्षेत्र और जिले की सड़कों को देख सकते हैं। यहां की सड़कें हेमा मालिनी की गाल की तरह चिकनी हैं। अगर ये हेमा मालिनी के गाल जैसी नहीं हैं तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। इसको लेकर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर ने टिप्पणी पर माफी नहीं मांगने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी थी। हालांकि मंत्री ने बाद में माफी मांग ली।

कैटरीना जैसी सड़के ही बनें..हेमा मालिनी बूढ़ी हो गईं...
बता दे कि पिछले महीने नवंबर में ही राजस्थान की गहलोत सरकार के मंत्री और राजस्थान में ग्रामीण विकास मंत्रालय का जिम्मा संभाल रहे राजेंद्र गुढ़ा ने भी ऐसा ही विवादित बयान दिया था। उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में जाकर पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर एनके जोशी को बुलाया और कहा कि मेरे गांव में कटरीना कैफ के गालों जैसी सड़कें बननी चाहिए। क्योंक हेमा मालिनी अब बूढ़ी हो चुकी हैं।

एमपी में भी कांग्रेस के मंत्री ने दिया था बयान
अक्टूबर 2019 में मध्य प्रदेश के तत्कालीन मंत्री पीसी शर्मा ने भी विवादित बयान दिया। उन्होंने खराब सड़कों को भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय के गालों जैसा बताया और फिर हेमा मालिनी के गालों जैसी सड़कें बनवाने के निर्देश दिए।

चार दिन में ही आने लगे विवादित बयान
राजेंद्र सिंह गुढ़ा बहूजन समाज पार्टी यानि बसपा से विधायक हैं। लेकिन वह बीएसपी से अब कांग्रेस में आ गए हैं। चार दिन पहले ही राजस्थान सरकार में उनको राज्य मंत्री बनाया है। वह ग्रामीण विकास मंत्रालय के प्रभारी हैं। अभी उनको मंत्री बने एक सप्ताह भी नहीं बना है और ऐसे विवादित बयान देने लगे हैं। हालांकि अभी तक बीजेपी नेताओं का कोई बयान नहीं आया है।

जब हेमा मालिनी की तुलना महंगाई से की गई
इसी साल मध्य प्रदेश उपचुनाव में नेताओं के बीच हेमा मालिनी को कई नेताओं ने विवादित बयान दिया था। जिसमें सबसे पहले कांग्रेस नेता अरुण यादव ने महंगाई की तुलना हेमा मालिनी से की थी और स्मृति ईरानी को बुढ़िया बताया था। तो हेमा को अप्सरा कहा था।

महाराष्ट्र के विधायक ने भी हेमा मालिनी पर दिया बयान
पांच साल पहले महाराष्ट्र के निर्दलीय विधायक बच्चू कडू ने हेमा मालिनी को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने किसानों की समस्या को लेकर किए सवाल का जवाब देते कहा था कि, बीजेपी लीड़र और एक्ट्रेस हेमा मालिनी रोज 1 बंपर शराब पीती हैं, उन्होंने आत्महत्या नहीं की है। विधायक ने कहा कि, लोग कहते हैं कि, किसानों की ज्यादा आत्महत्या की वजह से होती है, लेकिन यह गलत है। 

हेमा के गालों की वजह से मैं चुनाव हार गया
मध्य प्रदेश के श्योपुर से कांग्रेस विधायक बाबूलाल जंडेल की जुबान भी हेमा मालिनी को लेकर आखिर फिसल ही गईं। उन्होंने विवदित बयान देते हुए कहा था कि उन्होंने कहा- ‘2003 में जब हेमा मालिनी ने जब उनके खिलाफ चुनाव लड़ा, तब उनके गालों को देखकर लड़कों की नजर फिसल गई। वे चुनाव जीत गईं और मैं हार गया।

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