सार
महाराष्ट्र में शिंदे सरकार को घेरने की तैयारी बन गई है। प्रमुख विपक्षी दल महाराष्ट्र विकास अघाड़ी(एमवीए) ने राज्य सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन का फैसला किया है।
मुंबई(Maharashtra). महाराष्ट्र में शिंदे सरकार को घेरने की तैयारी बन गई है। प्रमुख विपक्षी दल महाराष्ट्र विकास अघाड़ी(एमवीए) ने राज्य सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन का फैसला किया है। एमवीए ने छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान करने और महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद पर एकनाथ शिंदे सरकार को घेरने की रूपरेखा तैयार किया है। इसके लिए शिंदे सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध मार्च 17 दिसंबर को मुंबई में निकाला जाएगा।
गौरतलब है की महाराष्ट्र विकास अघाड़ी(एमवीए) छत्रपति शिवाजी महाराज पर विवादित टिप्पणी को लेकर महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को हटाने की मांग काफी समय से कर रहा है । सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा कि 17 दिसंबर को हम मौजूदा राज्य सरकार के खिलाफ मुंबई में जीजामाता उद्यान से आजाद मैदान तक 'मोर्चा' निकालेंगे और महाराष्ट्र के राज्यपाल को हटाने की मांग करेंगे।
छत्रपति शिवाजी को लेकर ये है विवाद
19 नवंबर को औरंगाबाद में डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर मराठवाड़ा यूनिवर्सिटी में एक समारोह के दौरान महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की ओर से छत्रपति शिवाजी महाराज को "पुराने आइकन" कहे जाने के बाद राज्य में विवाद छिड़ गया था। इस बयान के बाद बड़े पैमाने पर हंगामा खड़ा कर दिया और मराठा संगठनों और विपक्षी नेताओं की ओर से काफी निंदा की गई। वहीं राज्यपाल द्वारा इस मामले में सफाई भी पेश की गई थी कि वास्तव में उनका कहने का वो मतलब नहीं था जो निकाला जा रहा है।
महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा मामले पर भी सरकार पर सवाल
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि जो प्रदेश से प्यार करते हैं, उन्हें महाराष्ट्र का अपमान करने वालों के खिलाफ एकजुट होने की जरूरत है। उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा के मसले पर भी राज्य सरकार पर हमला बोला। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "कर्नाटक हमारे क्षेत्रों, गांवों और यहां तक कि जाठ, सोलापुर के लिए भी पूछ रहा है। क्या वे हमारे पंडरपुर विठोबा से भी पूछेंगे? इससे एक सवाल उठता है- क्या महाराष्ट्र में कोई सरकार है?