सार
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की बगावत 20 जून से शुरू हुई थी। एकनाथ शिंदे ने खुद को सच्चा शिवसैनिक बताया था। उन्होंने कहा था कि हम बाला साहेब ठाकरे के हिन्दुत्व की राजनीति को आगे लेकर जा रहे हैं।
मुंबई. महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे एक्शन में आ गए हैं। उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को पार्टी से निकाल दिया है। उद्धव ठाकरे ने लेटर जारी कर इस बात की जानकारी दी है। लेटर में उद्धव ठाकरे ने लिखा है कि "पार्टी विरोधी गतिविधियों" में शामिल रहने के चलते उन्हें (एकनाथ शिंदे) को पार्टी से निकाला जा रहा है। बता दें कि शिवसेना के बगावत करने के बाद एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के नए सीएम बने हैं। वहीं, शिंदे गुट के बागी विधायक ने दावा किया है कि जल्द ही उद्धव टाकरे के साथ हमारी सुलह हो जाएगी।
शिवसेना नेता के पद से हटाता हूं
उद्धव ठाकरे द्वारा जारी लेटर में कहा गया है कि एकनाथ शिंदे ने स्वेच्छा से पार्टी की सदस्यता छोड़ दी है, इसलिए शिवसेना पार्टी के अध्यक्ष के रूप में मुझे जो शक्तियां मिली हैं उनका प्रयोग करते हुए मैं आपको पार्टी संगठन में शिवसेना नेता के पद से हटाता हूं।
क्या कहा बागी विधायक ने
शिवसेना के बागी विधायक और एकनाथ शिंदे के कैंप में शामिल दीपक केसरकर ने कहा कि उद्धव ठाकरे बड़े कद के नेता हैं और हम उनके खिलाफ नहीं बोलेंगे। हम उनसे सही समय पर बात करेंगे। सभी गलतफहमियों को सुलझा लिया जाएगा।
खुद को शिवसैनिक मानते हैं एकनाथ शिंदे
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की बगावत 20 जून से शुरू हुई थी। एकनाथ शिंदे ने खुद को सच्चा शिवसैनिक बताया था। उन्होंने कहा था कि हम बाला साहेब ठाकरे के हिन्दुत्व की राजनीति को आगे लेकर जा रहे हैं। बता दें कि सावंतवाड़ी से शिवसेना विधायक दीपक केसरकर ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था कि हमने एख नया दल बना लिया है जिसका नाम शिवसेना- बालासाहेब ठाकरे है।
29 जून को उद्धव ठाकरे ने दिया था इस्तीफा
सुप्रीम कोर्ट द्वारा फ्लोर टेस्ट में शिवसेना को राहत नहीं देने के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 29 जून को मुख्यमंत्री और एमएलसी पद से इस्तीफा दे दिया था। उसके एक दिन बाद 30 जून को एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के सीएम के रूप में शपथ ली थी।
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