सार

शिवसेना के सीनियर लीडर और सांसद संजय राउत ने सरेआम कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की धमकी दी है। उन्होंने अपने एक बयान में कहा है कि शिंदे गुट जिस तरह से हमें चुनौती दे रहा है, उससे लग रहा है कि अब हमें सड़कों पर उतरना होगा। 

Sanjay Raut on Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में चल रही सियासी उठापटक के बीच शिवसेना के सीनियर लीडर और सांसद संजय राउत ने बागी विधायकों पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही है। इतना ही नहीं, शिवसेना ने 12 विधायकों को अयोग्य घोषित करने के लिए डिप्टी स्पीकर को चिट्ठी भी लिखी है। ये विधायक व्हिप जारी किए जाने के बाद भी मीटिंग में मौजूद नहीं थे। संजय राउत ने कहा है कि शिंदे गुट जिस तरह से हमें चुनौती दे रहा है, उससे लग रहा है कि अब हमें सड़कों पर उतरना होगा। क्या संजय राउत इस तरह के बयान देकर सरेआम कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की चुनौती दे रहे हैं? वैसे, ये पहली बार नहीं है, जब संजय राउत ने इस तरह का गैर-जिम्मेदाराना बयान दिया है। 

..तो सड़कों पर उतरेंगे शिवसैनिक : 
संजय राउत ने एकनाथ शिंदे और बागी विधायकों को आड़े हाथों लेते हुए कहा- शिवसेना के कार्यकर्ता अभी सड़कों पर नहीं उतरे हैं। लेकिन इस तरह की लड़ाइयां या तो कानून के जरिए लड़ी जाती हैं या फिर सड़कों पर। जरूरत पड़ी तो हमारे कार्यकर्ता जरूर सड़कों पर उतरेंगे। राउत ने कहा कि गुरुवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार को धमकी दी गई। उन्हें धमकाना अच्छी बात नहीं है। 

संजय राउत सरेआम दे रहे धमकियां : 
संजय राउत ने शिवसेना कार्यकर्ताओं के सरेआम सड़क पर उतरने की बात कही। अपने इस बयान में वो कहीं न कहीं कानून-व्यवस्था को चुनौती देते दिख रहे हैं। बता दें कि संजय राउत सांसद होने के साथ पत्रकार भी हैं। ऐसे में एक जिम्मेदार शख्स को क्या इस तरह के बयान देने चाहिए?  

विधायकों का महाराष्ट्र में आना, घूमना बहुत मुश्किल होगा : 
इससे पहले संजय राउत ने मीडिया को दिए एक बयान में कहा- ये जो विधायक गए हैं, इसका मतलब ये नहीं है कि पार्टी चली गई। इनका महाराष्ट्र में आना, घूमना बहुत मुश्किल होगा। कुल मिलाकर संजय राउत ने बागी विधायकों को साफ शब्दों में धमकी देते हुए कहा कि पर्दे के पीछे छुपे जिस शख्स के इशारे पर वो महाराष्ट्र में शिवसेना की सत्ता का खेल बिगाड़ रहे हैं, वो ये जान लें कि जब भी महाराष्ट्र लौटेंगे तो सड़कों पर चलना भी मुश्किल हो जाएगा। 

पहले भी धमकीभरे बयान दे चुके संजय राउत : 
वैसे, संजय राउत का धमकियां देने कोई नई बात नहीं है। वो पहले भी लोगों और सिस्टम का मखौल उड़ाते रहे हैं। 3 साल पहले उन्होंने चुनाव आयोग को लेकर विवादित बयान दिया था, जिसमें कहा था- भाड़ में जाय कानून और आचार संहिता, हम भी देख लेंगे। दरअसल, मुंबई के मीरा भायंदर इलाके में आयोजित राम नवमी के एक कार्यक्रम में बोलते हुए संजय राउत ने कहा था- वैसे तो हम कानून मानने वाले लोग हैं, लेकिन चुनाव के दौरान हम पर दबाव बना रहता है, कहीं आचार संहिता का उल्लंघन ना हो जाए। भाड़ में गया कानून, आचार संहिता हम भी देख लेंगे। जो बात हमारे दिल में है, वो अगर बाहर न निकले तो घुटन सी होती है।

राणे को धमकाया, ये मत भूलना हम तुम्हारे बाप हैं : 
फरवरी, 2022 में संजय राउत ने खुद को 'बाप' बताते हुए केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को धमकाया। राउत ने कहा कि नारायण राणे धमका रहे हैं कि उनके पास हमारी कुंडली है। धमकियां देना बंद करो। तुम केंद्रीय मंत्री हो सकते हैं लेकिन ये महाराष्ट्र है। ये मत भूलना कि हम तुम्हारे 'बाप' हैं। 

कंगना को कहा हरामखोर, धमकी भी दी : 
सितंबर, 2020 में कंगना रनोट और संजय राउत के बीच जुबानी जंग तेज हो गई थी। दरअसल, कंगना सुशांत सिंह राजपूत केस में महराष्ट्र की सत्ताधारी शिवसेना को लगातार घेर रही थीं। इस पर राउत ने कैमरे के सामने पहले तो कंगना को मुंबई न आने की धमकी दी। इतना ही नहीं, उन्होंने उसे हरामखोर तक कह दिया था। बाद में कंगना ने कहा था कि मुंबई बिल्कुल पीओके की तरह हो गया है।  

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