सार
समाज में भूत प्रेतों को लेकर फैले अंधविश्वास को भगाने के लिए महाराष्ट्र के ठाणे जिले के एक व्यक्ति ने अनोखा तरीका अपनाया। उसने अपना 54 वां जन्मदिन श्मशान घाट पर आयोजित किया। उसने कहा कि इसकी प्रेरणा उसे सामाजिक कार्यकर्ता सिंधुताई सपकाल और दिवंगत नरेंद्र दाभोलकर से मिली।
ठाणे (thane). आमतौर पर हम सभी लोग श्मशान घाट को एक डरावनी और रहस्यमयी जगह के साथ भूतों के रहने वाले घर में रूप में जानते है। यहां तक कि कई मूवियों में रात में वहां जाने पर किरदारों को डरते हुए देखा भी है। इसके अलावा लोगों में यह विश्वास है कि सभी भूतों का डेरा वहां रहता है। बस इसी अंधविश्वास को दूर करने के लिए महाराष्ट्र के ठाणे जिले में रहने वाले एक व्यक्ति ने सोचा और अपना बर्थ डे वहां मनाया। जिसकी चर्चा सोशल मीडिया में हो रही है।
अंधविश्वास मिटाने के लिए श्मशान में मनाया बर्थ डे
दरअसल ठाणे जिले के कल्याण इलाके में रहने वाले एक निवासी गौतम रतन मोरे ने समाज में फैली अंधविश्वास के खिलाफ संदेश देने के बारे में सोचा तो उन्हें ये तरीका सूझा क्योंकि इनका जन्मदिन भी जल्द ही आने वाला था। 19 नवंबर के दिन उनका बर्थ डे था तो उन्होंने इसको श्मशान घाट में आयोजित किया। श्मशान घाट में सेलिब्रेशन के दौरान केक काटने के बाद वहां आए मेहमानों को बिरयानी भी परोसी गई। उनके इस कार्यक्रम का एक वीडियो बुधवार के दिन से सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है जिसके चलते जानकारी हुई।
इनसे मिली प्रेरणा
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने बताया कि उन्हें ऐसा करने की प्रेरणा प्रसिद्ध सामाजिक स्वर्गीय सिंधुताई सपकाल और प्रसिद्ध तर्कवादी स्वर्गीय नरेंद्र दाभोलकर से मिली, इन लोगों ने अंधविश्वास और काला जादू के खिलाफ जागरूक करने के लिए अभियान चलाया था। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह लोगों को यह भी संदेश देना चाहते थे कि् श्मशान घाटों या ऐसी जगहों पर कोई भूत नहीं होते है यह एक अफवाह बस है।
गौतम रतन मोरे ने बताया कि उनकी इस बर्थ डे पार्टी में 40 महिलाएं, बच्चों सहित करीब 100 से अधिक गेस्ट शामिल हुए, जिन्होंने बहुत ही निडरता के साथ पूरा समारोह अटेंड किया।
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