सार

जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में पुलिस ने दो आतंकी मॉड्यूल का भंडाभोड़ कर पांच हाइब्रिड आतंकियों को गिरफ्तार किया। सभी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हुए थे।

 

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में पुलिस ने दो आतंकी मॉड्यूल का भंडाभोड़ किया है। इसके साथ ही आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) के पांच आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए हैं।

गिरफ्तार किए गए आतंकियों के पास से दो पिस्टल, तीन हैंड ग्रेनेड, एक अंडरबैरल ग्रेनेड लॉन्चर और अन्य गोला-बारूद मिले हैं। आतंकी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हुए थे। रविवार को इन सभी हाइब्रिड आतंकियों को गिरफ्तार करने में कुलगाम पुलिस को सफलता मिली।

कैमोह पुलिस स्टेशन में केस दर्ज

आतंकियों को पकड़ने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ (Central Reserve Police Force) द्वारा संयुक्त रूप से अभियान चलाया गया था। उनके कब्जे से दो पिस्टल, तीन हैंड ग्रेनेड, एक यूबीजीएल, दो पिस्टल मैगजीन, 12 पिस्टल राउंड और 21 एके -47 राउंड सहित भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया।

आतंकियों की पहचान आदिल हुसैन वानी, सुहैल अहमद डार, एतमाद अहमद लावे, मेहराज अहमद लोन और सबजार अहमद खार के रूप में हुई है। इस संबंध में कैमोह पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है। मामले की जांच चल रही है।

बारामुला में TRF के दो आतंकी गिरफ्तार

इससे पहले शनिवार को बारामुला में पुलिस ने TRF (The Resistance Front) के दो आतंकियों को गिरफ्तार किया था। TRF आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का संगठन है। दोनों के पास से हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए। पुलिस ने कहा कि 21 सितंबर को बारामूला में पुलिस को विश्वसनीय स्रोतों के माध्यम से पता चला कि एक व्यक्ति यासीन अहमद शाह पुत्र तारिक अहमद निवासी जनबाजपोरा बारामूला अपने घर से लापता था और प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर/टीआरएफ में शामिल हो गया था। इसके बाद पुलिस स्टेशन बारामूला में मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई। इसी क्रम में दोनों को गिरफ्तार किया गया।

बांदीपोरा में हुआ था आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़

यह घटनाक्रम पुलिस द्वारा उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा में एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने और हथियारों और गोला-बारूद के साथ दो लोगों को गिरफ्तार करने के लगभग एक महीने बाद सामने आया है। ये गिरफ्तारियां 26 असम राइफल्स और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के साथ एक संयुक्त अभियान के दौरान की गईं थी।