सार

भारतीय पैनोरमा का प्राथमिक उद्देश्य विभिन्न श्रेणियों के तहत इन फिल्मों की गैर-लाभकारी स्क्रीनिंग के माध्यम से फिल्म कला को बढ़ावा देने के लिए सिनेमाई, विषयगत और सौंदर्य उत्कृष्टता की फीचर और गैर-फीचर फिल्मों का चयन करना है। 

नई दिल्ली. भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव ( IFFI) ने गोवा (GOA) में अपने 52वें संस्करण के दौरान भारतीय पैनोरमा खंड में प्रदर्शित होने वाली फिल्मों के चयन की घोषणा की है। इस महोत्सव का आयोजन भारत के फिल्म समारोह निदेशालय, सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा गोवा राज्य सरकार के सहयोग से 20 से 28 नवंबर, 2021 तक किया जा रहा है। महोत्सव के लिए पंजीकरण कराने वाले सभी लोग चयनित फिल्मों का आनंद उठा सकते हैं। गोवा में नौ दिनों तक चलने वाले फिल्म महोत्सव के दौरान सभी पंजीकृत डेलीगेटों और चयनित फिल्मों के प्रतिनिधि फिल्मों की स्क्रीनिंग में उपस्थिति होंगे।

भारतीय पैनोरमा का प्राथमिक उद्देश्य विभिन्न श्रेणियों के तहत इन फिल्मों की गैर-लाभकारी स्क्रीनिंग के माध्यम से फिल्म कला को बढ़ावा देने के लिए सिनेमाई, विषयगत और सौंदर्य उत्कृष्टता की फीचर और गैर-फीचर फिल्मों का चयन करना है। अपनी स्थापना के बाद से, भारतीय पैनोरमा वर्ष की सर्वश्रेष्ठ भारतीय फिल्मों के प्रदर्शन के लिए पूरी तरह से समर्पित रहा है। फिल्मों का चयन करने वाली जूरी में भारतीय सिनेमा जगत के प्रख्यात फिल्मकार और फिल्मी हस्तियां शामिल थीं। फीचर और गैर-फीचर दोनों ही खंड की प्रतिष्ठित ज्यूरी अपनी विशेषज्ञता का प्रयोग करती है और आम सहमति के साथ समान योगदान देती हैं जिसके साथ भारतीय पैनोरमा के लिए फिल्मों का चयन होता है।

फीचर फिल्में
आईएफएफआई के दौरान प्रदर्शन के लिए कुल 25 फीचर फिल्मों का चयन किया गया है। 221 समकालीन भारतीय फिल्मों के विस्तृत पूल से चयनित फीचर फिल्मों का पैकेज भारतीय फिल्म उद्योग की जीवंतता और विविधता को दर्शाता है। 12 सदस्यों वाली फीचर फिल्म जूरी की अध्यक्षता प्रशंसित फिल्म निर्माता और अभिनेता, एसवी राजेंद्र सिंह बाबू ने की थी। फीचर जूरी में जो सदस्य थे जो व्यक्तिगत रूप से विभिन्न प्रशंसित फिल्मों, फिल्म निकायों और पेशे का प्रतिनिधित्व करते हैं, जबकि सामूहिक रूप से विविध भारतीय फिल्म निर्माण समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं।

किसने किया सिलेक्शन

  • राजेंद्र हेगड़े, ऑडियोग्राफर
  • मखोनमणि मोंगसाबा, फिल्मकार
  • विनोद अनुपमा, फिल्म समीक्षक
  • जय भट्टाचार्य, फिल्मकार
  • ज्ञान सहाय, छायाकार
  • प्रशांतनु महापात्र, छायाकार
  • हेमेंद्र भाटिया, अभिनेता/लेखक/फिल्मकार
  • असीम बोस, छायाकार
  • प्रमोद पवार, अभिनेता और फिल्मकार
  • मंजूनाथ टी एस, छायाकार
  • मलय रे, फिल्मकार
  • पराग छपेकर, फिल्मकार/पत्रकार

 

फिल्म का शीर्षक
 
भाषानिर्देशक

कल्कोकखो

बंगाली

राजदीप पॉल और शर्मिष्ठा मैती

नितनतोई सहज सरल

बंगाली

सत्रवित पॉल

अभिजान

बंगाली

परमब्रत चट्टोपाध्याय

मणिकबाबर मेघ

बंगाली

अभिनंदन बनर्जी

सिजौ

बोडो

विशाल पी चालिहा

सेमखोर

दिमासा

एमी बरुआ

ट्वेंटी फर्स्ट टिफिन

गुजराती

विजयगिरी बाव

ऐट डाउन तूफान मेल

हिंदी

आकृति सिंह

अल्फा बीटा गामा

हिंदी

शंकर श्रीकुमार

डोलू

कन्नड़

सागर पुराणिक

तलेदंदा

कन्नड़

प्रवीण कृपाकर

एक्ट-1978

कन्नड़

मंजुनाथ एस. (मंसूर)

नीली हक्की

कन्नड़

गणेश हेगड़े

निराय थथकलुल्ला मारम

मलयालम

जयराज

सनी

मलयालम

रंजीत शंकर

मी वसंतराव

मराठी

निपुण अविनाश धर्माधिकारी

बीटरस्वीट

मराठी

अनंत नारायण महादेवन

गोदावरी

मराठी

निखिल महाजन

फ्यूनरल

मराठी

विवेक राजेंद्र दुबे

निवास

मराठी

मेहुल अगजा

बूमबा राइड

मिशिंग

बिस्वजीत बोरा

भगवदज्जुकम

संस्कृत

यदु विजयकृष्णन

कोझंगाल

तामिल

विनोदराज पी एस

नाट्यम

तेलुगू

रेवंत कुमार कोरुकोंडा

डिक्शनरी

बंगाली

ब्रत्य बसु


सात सदस्यों की गैर-फीचर जूरी का नेतृत्व प्रशंसित वृत्तचित्र फिल्म निर्माता  एस नल्लामुथु ने किया था। आकाशादित्य लामा, फिल्मकार, सिबानु बोरा, वृत्तचित्र फिल्मकार, सुरेश शर्मा, फिल्मकार, सुब्रत ज्योति नियोग, फिल्म समीक्षक, मनीषा कुलश्रेष्ठ, लेखिका, अतुल गंगवार, लेखक। 203 समकालीन भारतीय गैर-फीचर फिल्मों के विविध पूल से चयनित, फिल्मों का पैकेज हमारे उभरते और स्थापित फिल्मकारों की समकालीन भारतीय मूल्यों को दर्शाने, उनकी समीक्षा करने, मनोरंजन करने और साथ ही उन्हें प्रतिबिंबित करने की क्षमता को दिखाता है। आईएफएफआई के दौरान प्रदर्शन के लिए कुल 20 गैर-फीचर फिल्मों का चयन किया गया है। जूरी ने भारतीय पैनोरमा, 2021 की गैर-फीचर फिल्म खंड के उद्घाटन के लिए  राजीव प्रकाश द्वारा निर्देशित ‘वेद… द विजनरी’ (अंग्रेजी) का चयन किया है।

 

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