एम्स डायरेक्टर गुलेरिया ने बताया कि जिन लोगों की इम्यूनिटी बेहद कम है वही लोग म्यूकोर्मिकोसिस, कैंडिडा, एस्पोरोजीनस संक्रमण का शिकार हो रहे हैं। 

नई दिल्ली। कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने की आशंकाओं के बीच एम्स डायरेक्टर ने राहत देने वाली बात बताई है। एम्स डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा कि तीसरी लहर को लेकर पीडियाट्रिक्स एसोसिएशन ने बच्चों के अधिक संक्रमित होने के दावों को खारिज किया है। संभव है कि बच्चों पर असर ही नहीं हो इसलिए बहुत डरने की आवश्यकता नहीं है।

लो इम्यूनिटी वाले म्यूकोर्मिकोसिस के हो रहे शिकार

एम्स डायरेक्टर गुलेरिया ने बताया कि जिन लोगों की इम्यूनिटी बेहद कम है वही लोग म्यूकोर्मिकोसिस, कैंडिडा, एस्पोरोजीनस संक्रमण का शिकार हो रहे हैं। यह फंगस मुख्यतः साइनस, नाक, आंख के आसपास हड्डियों में पाई जाती है और ब्रेन में एंटर करती हैं। कभी कभार ही यह लंग्स या गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में पाई जाती है। 

इन लोगों को चाहिए सिम्टोमैटिक ट्रीटमेंट 

डाॅ.गुलेरिया ने बताया कि कई लोगों में क्रोनिक फैटिग सिंड्रोम देखा जा रहा है। कोरोना से रिकवर होने के बाद इनमें एकाग्रता की कमी, अनिद्रा और अवसाद की शिकायत मिल रही है। सोशल मीडिया पर इसे ब्रेन फाॅग के रूप में जाना जा रहा है। 

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