सार
एयर इंडिया (Air India) ने दिल्ली से मॉस्को के बीच उड़ान को बंद करने का फैसला किया है। रूस यूक्रेन जंग के चलते एयर इंडिया को रूस के लिए उड़ान भरने वाले विमानों का बीमा कवरेज नहीं मिल रहा है। इसके चलते एयर इंडिया को यह फैसला लेना पड़ा।
नई दिल्ली। रूस यूक्रेन जंग का असर भारत पर भी पड़ने लगा है। एयर इंडिया (Air India) ने दिल्ली से मॉस्को जाने वाली फ्लाइट को रद्द कर दिया है। एयर इंडिया की फ्लाइट सप्ताह में दो बार दिल्ली से मॉस्को के बीच उड़ान भरती थी। सूत्रों के अनुसार एयर इंडिया को यह फैसला बीमा कवरेज नहीं मिलने के चलते लेना पड़ा है। रूस यूक्रेन के बीज हो रही लड़ाई के चलते रूस की ओर उड़ान भर रहे विमान को अधिक खतरा है, इसके चलते विमानों को बीमा कवरेज नहीं मिल रहा है।
सूत्रों ने कहा कि एयर इंडिया की सभी उड़ानों का बीमा अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों द्वारा किया जाता है। एयर इंडिया उन एयरलाइन्स में से एक है जो यूक्रेन पर हमले के बाद भी रूसी हवाई क्षेत्र का उपयोग कर रही है। रूसी दूतावास ने बुधवार को बताया था कि भारतीय ध्वजवाहक जो अब टाटा समूह के नियंत्रण में है ने दिल्ली-मास्को-दिल्ली मार्ग पर टिकट बेचना बंद कर दिया है और उड़ान की संभावनाएं स्पष्ट नहीं हैं।
एयर इंडिया ने बंद किया टिकट बेचना
रूसी दूतावास ने कहा कि प्रिय साथी नागरिकों। हम आपका ध्यान आकर्षित करते हैं कि भारतीय एयरलाइन एयर इंडिया ने दिल्ली-मॉस्को-दिल्ली मार्ग पर टिकट बेचना बंद कर दिया है। इस एयरलाइन की रूस के लिए उड़ानें फिर से शुरू करने की संभावनाएं फिलहाल अनिश्चित हैं। एयर इंडिया कार्यालय के अनुसार यात्री रद्द उड़ानों के लिए पूर्ण धनवापसी के हकदार हैं। हालांकि, रूसी दूतावास ने कहा कि ताशकंद, इस्तांबुल, दुबई, अबू धाबी, दोहा और अन्य ट्रांजिट रुट्स के माध्यम से दिल्ली से मास्को के लिए उड़ान भरना अभी भी संभव है।
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रूस ने 36 देशों की एयरलाइनों के लिए बंद किया है हवाई क्षेत्र
इस सप्ताह की शुरुआत में रूस ने कहा कि वह शनिवार के बाद 52 "मित्र देशों" के लिए उड़ानों पर COVID-19 प्रतिबंधों को समाप्त करने की योजना बना रहा है। इनमें वे भी शामिल हैं जो यूक्रेन पर उसके आक्रमण को लेकर मास्को पर पश्चिमी प्रतिबंधों की नवीनतम लहर में शामिल नहीं हुए हैं। गौरतलब है कि यूक्रेन पर हमला करने के चलते अमेरिका और यूरोप के देशों ने रूस के विमानों का अपने वायु क्षेत्र में प्रवेश बंद कर दिया है। इसके जवाब में रूस ने भी यूरोपीय संघ के सभी 27 सदस्यों सहित 36 देशों की एयरलाइनों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है।
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