Air India Dreamliner Crash: Air India के घातक AI 171 हादसे के कुछ दिन बाद गुरुग्राम स्थित AISATS ऑफिस में पार्टी का वीडियो वायरल हुआ। सोशल मीडिया पर आलोचना के बाद कंपनी ने चार सीनियर अधिकारियों को इस्तीफा देने को कहा। जानिए पूरा मामला।
Air India Dreamliner Crash: एयर इंडिया ड्रीमलाइनर हादसे के कुछ ही दिनों बाद, कंपनी की ग्राउंड सर्विस प्रोवाइडर फर्म AISATS के गुरुग्राम ऑफिस में हुई एक पार्टी विवादों में है। भारतीय एविएशन इतिहास के सबसे दर्दनाक हादसा अहमदाबाद-लंदन फ्लाइट क्रैश के कुछ ही दिनों बाद हुई इस पार्टी पर हंगामा मचा हुआ है। हालांकि, सोशल मीडिया पर पार्टी का वीडियो वायरल होते ही कंपनी ने कड़ा कदम उठाते हुए चार वरिष्ठ अधिकारियों को इस्तीफा देने के लिए कह दिया है जबकि कई अन्य को वार्निंग दी गई है।
AISATS के ऑफिस में पार्टी, सोशल मीडिया पर भड़के लोग
AI171 फ्लाइट के भयानक क्रैश में 275 लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद जब AISATS (Air India SATS) के ऑफिस में डीजे और ड्रिंक्स के साथ पार्टी का वीडियो सामने आया तो यूज़र्स ने इसे मानवता के प्रति असंवेदनशीलता और गंभीर पेशेवर लापरवाही करार दिया।
कंपनी ने जताया खेद, दी कड़ी प्रतिक्रिया
AISATS के प्रवक्ता ने बयान जारी कर कहा: AI171 की दुखद दुर्घटना से प्रभावित परिवारों के प्रति हम गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और आंतरिक वीडियो में दिखाई गई गलत निर्णय की स्थिति पर हमें खेद है। यह व्यवहार हमारी मूलभूत मूल्यों से मेल नहीं खाता है। उन्होंने आगे कहा कि कंपनी ने इस मामले में कड़ा अनुशासनात्मक कदम उठाया है और अपनी प्रतिबद्धता को सहानुभूति, पेशेवर आचरण और जवाबदेही के साथ दोहराया है।
AISATS कौन है?
AISATS एक संयुक्त उद्यम है, जिसमें एयर इंडिया लिमिटेड (Air India Ltd, Tata Group की कंपनी) और SATS Ltd की 50-50 साझेदारी है। यह कंपनी हवाई अड्डों पर ग्राउंड हैंडलिंग और गेटवे सेवाएं प्रदान करती है।
क्या था AI 171 हादसा?
12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही फ्लाइट AI171 टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद नियंत्रण खो बैठी और मेघानी नगर स्थित BJ मेडिकल कॉलेज के आवासीय परिसर में जा गिरी। विमान में 242 यात्री और क्रू थे। फ्लाइट में सवार सिर्फ एक यात्री की जान बची। इसके अलावा बिल्डिंग में रह रहे कई डॉक्टर्स व अन्य ने भी जान गंवाई। इस हादसा में करीब 275 लोगों की जान गई। केवल सीट 11A पर बैठे एक भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक की जान बची। मरने वालों में गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी भी शामिल थे।
