सार
राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने संविधान पर चर्चा के दौरान कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस पर संविधान के साथ छेड़छाड़ करने और उसका राजनीतिक इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। शाह ने यूसीसी लागू करने का भी ऐलान किया।
Constitution debate: संविधान चर्चा में भाग लेते हुए राज्यसभा में मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर संविधान से छेड़छाड़ का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा से ही भारत के संविधान को विकृत करने का काम किया। राज्यसभा में अमित शाह के भाषण का मुख्य अंश...
- अमित शाह ने कहा कि संविधान के 75वें वर्षगांठ पर संसद में संविधान चर्चा काफी लाभप्रद रही है। आने वाली पीढ़ियां और देश के नागरिकों को यह पता चला कि किस पार्टी ने संविधान का सम्मान किया और किस पार्टी ने उसका राजनैतिक इस्तेमाल किया। एक सदस्य ने उल्लेख किया कि संसद में चर्चा का स्तर नीचे चला गया है क्योंकि हम छवियों (संविधान में) पर चर्चा कर रहे हैं। ये छवियां हमारी यात्रा को दर्शाती हैं। जो लोग हर चीज को पश्चिमी चश्मे से देखते हैं, वे हमारे संविधान की भारतीयता को नहीं देख सकते। लोगों ने समझ लिया कि आप (कांग्रेस नेता) एक नकली, खाली संविधान लेकर चल रहे हैं, यही वजह है कि आप हालिया चुनाव हार गए।
- शाह ने कहा कि जब संविधान बन रहा था, हर आर्टिकल पर चर्चा चल रही थी। हम आजाद हो गए थे लेकिन देश कोई नया नहीं बना है। हम दुनिया में सबसे पुराना जीवन लेकर निकले हुए देश हैं। यह देश आगे कैसे चले, बस इसका एक डॉक्यूमेंट बनाना था।
- गृह मंत्री ने कहा कि अंग्रेज लिखकर गए थे इंडिया, वो भारत जानते ही नहीं थे। आजाद होने पर इस पर चर्चा हुई, सेठ गोविंद दास ने कहा कि नाम भारत होना चाहिए और जवाहरलाल नेहरू ने कहा था कि पीछे देखने की जरूरत नहीं है, भविष्य की ओर देखने की जरूरत है। देश का नाम इंडिया भी रहा, भारत भी रहा। इंडिया के नजरिये से देखोगे तो भारत समझ नहीं आएगा।
- गृहमंत्री शाह ने कहा कि इन्होंने अपने गठबंधन का नाम भी इंडिया ही रखा। हमारी पुरानी परंपराओं पर हमें शर्म नहीं है। हम परंपराएं बदलेंगे। इंडिया गेट पर किंग पंचम जॉर्ज की मूर्ति हटा दी और सुभाष बाबू की प्रतिमा लगा दी। हमने वीर छत्रपति शिवा जी महाराज की प्रतिमा लगा दी। हमने राष्ट्रीय शहीद स्मारक बनाया और अमर जवान ज्योति को विलीन करने का काम किया।
- अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस ने सेंगोल को इलाहाबाद के म्यूजियम में भेज दिया था, नरेंद्र मोदीजी ने विधिवत सेंगोल को संसद में स्थापित करने का काम किया। नई संसद बनाई।
- अमित शाह ने कहा कि एनईपी में हमने अनिवार्य कर दिया कि बच्चे की प्राथमिक शिक्षा मातृभाषा में होगी। पहले आईएएस-आईपीएस का पेपर मातृभाषा में नहीं होता था, हमने किया। अंडमान निकोबार द्वीप समूह का नाम जो अंग्रेज रख गए थे, सुभाष बाबू ने जो नाम रखा था, हमने वो नाम शहीद और स्वराज वापस लाने का काम किया। हमने लोककल्याण मार्ग किया।
- गृह मंत्री ने कहा कि हमने दूसरों से अच्छी चीजें अपनाई हैं, लेकिन अपनी परंपराओं से कभी समझौता नहीं किया। परिवर्तन ही जीवन का सत्य और मंत्र है। यह कुछ ऐसा है जिसे संविधान निर्माताओं ने भी महसूस किया और इसके लिए प्रावधान बनाए।
- राज्यसभा में अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस ने संविधान में 77 बार संशोधन किया, भाजपा ने केवल 22 बार। 18 जून 1951 को पहली बार संविधान में संशोधन किया गया था। संविधान समिति ने यह संशोधन इसलिए किया क्योंकि कांग्रेस पार्टी आम चुनावों का इंतज़ार नहीं करना चाहती थी। अभिव्यक्ति की आज़ादी को सीमित करने के लिए संविधान में अनुच्छेद 19A जोड़ा गया।
- अमित शाह ने दावा किया कि बीजेपी यूसीसी लागू करेगी। उन्होंने कहा कि समानता हमारे संविधान के मूल में है। समान नागरिक संहिता क्यों नहीं लागू की गई? क्योंकि पहले प्रधानमंत्री मुस्लिम पर्सनल लॉ लेकर आए थे।
- ईवीएम को लेकर शाह ने कहा कि एक ही दिन दो चुनाव नतीजे आए। जब वे (विपक्ष) महाराष्ट्र में चुनाव हार गए तो उन्होंने कहा कि EVM ख़राब थी और जब वे झारखंड में चुनाव जीत गए तो उन्होंने अच्छे कपड़े पहनकर शपथ ली। कुछ तो शर्म करो...जनता सब देख रही है।
- शाह ने कहा कि हम तीन आपराधिक न्याय कानून लेकर आए। पीएम नरेंद्र मोदी ने इन कानूनों को लाकर आपराधिक न्याय प्रणाली का भारतीयकरण किया। अगर किसी ने देश को गुलामी की मानसिकता से मुक्त करने का काम किया तो वे पीएम मोदी हैं।
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