सार

निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात मामले पर अमित शाह ने पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, गृह मंत्रालय ने पर्यटक वीजा पर तब्लीगी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने के कारण 960 विदेशियों को ब्लैक लिस्ट किया गया है और साथ ही उनका भारतीय वीजा भी रद्द कर दिया गया है। 

नई दिल्ली. निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात मामले पर अमित शाह ने पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, गृह मंत्रालय ने पर्यटक वीजा पर तब्लीगी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने के कारण 960 विदेशियों को ब्लैक लिस्ट किया गया है और साथ ही उनका भारतीय वीजा भी रद्द कर दिया गया है। 

तब्लीगी जमात में शामिल लोगों की राज्यों से रिपोर्ट


उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, प्रधानमंत्री जी ने मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक में कहा कि अगर हमने लॉक डाउन में थोड़ी सी भी लापरवाही की तो 21दिनों की तपस्या बेकार हो जाएगी, उसका कोई औचित्य नहीं रह जाएगा। माननीय प्रधानमंत्री जी ने लोगों से सावधान रहने के लिए कहा। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, हमारे राज्य के कुछ लोग तब्लीगी जमात में गए थे और कुछ लोग नेपाल से आए थे। हमने सभी लोगों की पहचान कर ली है और उन्हें क्वारंटाइन कर दिया है।


तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव बीला राजेश ने कहा, तमिलनाडु में पॉजिटिव कोरोना के 75 नए मामले सामने आए हैं जिनमें से 74 लोगों ने दिल्ली में तब्लीगी जमात में भाग लिया था।
राज्य में कुल पॉजिटिव मामले 309 हैं जिनमें से 264 तब्लीगी में शामिल लोग हैं।


दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, निजामुद्दीन मरकज से लाए गए 2046 लोगों में से 1810 लोगों को क्वारंटाइन किया गया और 536 लोगों को शहर के अस्पतालों में भर्ती कराया गया। सभी 2046 व्यक्तियों के टेस्ट किए जा रहे हैं। इसके कारण आने वाले दिनों में कोरोना के मामले बढ़ सकते हैं।


गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा, गृह मंत्रालय ने 9000 तब्लीगी जमात कार्यकर्ताओं और उनके कॉन्टैक्ट की पहचान की है, और सभी को क्वारंटाइन में रखा गया है। इन 9000 लोगों में से 1306 विदेशी हैं और बाकी भारतीय हैं।


कल खबर आई थी कि तब्लीगी जमात में शामिल जिन लोगों को अस्पताल ले जाया गया है वो स्वास्थ्यकर्मियों से बदतमीजी कर रहे हैं। इसपर मौलाना महमूद मदनी ने कहा, अस्पताल के लोगों को या पुलिस को तब्लीगी प्रशासन या जिम्मेदारों से इस मामले में बात करनी चाहिए। किसी ने कोई बतमीजी की है या दुर्व्यवहार कर रहा है तो उनके जिम्मेदारों को बुलाकर फौरन उनसे बात करवानी चाहिए। हम हर हाल में डॉक्टरों के साथ हैं।