Drugs Free India: दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति सम्मेलन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि ड्रग्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने जांच एजेंसियों से बेहतर तालमेल और ठोस कदम उठाने की अपील की है। 

Drugs Free India: भारत में ड्रग्स का कारोबार लगातार बढ़ रहा है। पिछले एक साल में कई जगह से भारी मात्रा में ड्रग्स पकड़े गए हैं। अब केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने देश की जांच एजेंसियों से कहा है कि देश को ड्रग्स मुक्त करने के लिए ठोस कार्रवाई की जाए। अमित शाह ने ये भी कहा कि अलग-अलग एजेंसियों के बीच बेहतर समन्य होना चाहिए।

दिल्ली में आयोजित आठवें राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति सम्मेलन में कही ये बात

अमित शाह ने ये बातें दिल्ली में आयोजित आठवें राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति सम्मेलन में कहीं हैं। इस सम्मलेन के समापन पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने संबोधन में कारगिल विजय दिवस पर शहीद हुए वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। दो दिवसीय इस सम्मेलन में उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सशस्त्र बलों और सीमा सुरक्षा बल के प्रयासों की सराहना भी की। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति का प्रतीक बताया।

ऑपरेशन सिंदूर को लेकर क्या बोले शाह?

शाह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने भारत के आतंकवाद के खिलाफ कठोर और स्पष्ट रुख का संदेश विश्व को दिया है। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति के साथ एक बार फिर राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर भारत के मजबूत संकल्प को प्रदर्शित किया।"

ड्रग्स मुक्त करने के लिए हर स्तर पर गंभीरता लानी होगी

तकनीक के बढ़ते दखल के साथ अपराधों के तरीके भी बदले हैं। अब साइबर फ्राड, ड्रग तस्करी और संगठित अपराध करने वाले अपराधी भी तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। चुनौतियों को देखते हुए गृह मंत्री ने केंद्रीय और राज्य एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने सुरक्षा रणनीतियों को विकसित करने, लागू करने और निगरानी के लिए एकसमान टीमें गठित करने का निर्देश दिया। केंद्रीय गृह मंत्री ने प्रत्येक राज्य में युवा पुलिस अधिकारियों को शामिल करने की बात कही ताकि वे देश की सुरक्षा के सामने आ रही नई चुनौतियों के लिए नए समाधान सुझा सकें।

हाल ही में लागू हुए तीन नए आपराधिक कानूनों का जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि जिस गंभीरता से वामपंथी उग्रवाद, पूर्वोत्तर और जम्मू-कश्मीर की स्थिति से निपटा गया है उसी गंभीरता से इन कानूनों को लागू किया जाए और नशे के खिलाफ लड़ा जाए। केंद्रीय गृह मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि भारत को ड्रग्स मुक्त करने के लिए हर स्तर पर गंभीरता लानी होगी और देश के सभी पुलिस बलों और जांच एजेंसियों को साथ मिलकर काम करना होगा।

तीन साल के भीतर भारत को नशा मुक्त करने का दिया टार्गेट

गृह मंत्री ने सभी राज्यों के डीजीपी को अगले तीन साल के भीतर भारत को नशा मुक्त करने का टार्गेट भी दिया है। गृह मंत्री ने कहा है कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए सभी राज्य पुलिस बल योजना बनाएं और लागू करें। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि नशा तस्करों के खिलाफ हर स्तर पर ठोस कार्रवाई हो।

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रियल टाइम डाटा शेयर पर जोर

शाह ने रियल टाइम यानी तुरंत डेटा साझा करने के लिए एक विश्वसनीय तंत्र स्थापित करने की बात कही। उन्होंने कहा कि पुलिस बलों और जांच एजेंसियों को NATGRID, NIDAAN, iMoT और सीबीआई के भगोड़ा डेटाबेस जैसे टूल का इस्तेमाल रियल टाइम में करना चाहिए। उन्होंने इन टूल को पुलिस प्रशिक्षण कार्यक्रमों का हिस्सा बनाने पर जोर दिया। अमित शाह ने कहा कि ऐसा करने से तकनीक आधारित कानून प्रवर्तन मजबूत होगा। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि थाने किसी भी खुफिया जानकारी का पहला सेंटर होते हैं। उन्होंने देश के विभिन्न थानों के बीच रियल टाइम में इंफोर्मेशन शेयर करने के लिए एक प्लेटफार्म विकसित करने की बात भी कही है।

समुदंरी सुरक्षा को लेकर जताई चिंता

गृह मंत्री ने वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में सर्वांगीण विकास और 300 से अधिक केंद्रीय और राज्य योजनाओं के समय पर कार्यान्वयन की आवश्यकता पर भी जोर दिया। समुद्री सुरक्षा पर चिंता जताते हुए उन्होंने भारत के लंबे तटरेखा क्षेत्रों में घुसपैठ और तस्करी को रोकने के लिए छोटे बंदरगाहों की सुरक्षा और राज्य पुलिस की क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया। भारत में ड्रग्स की खेप अधिकतर समुंदरी रास्तों से ही पहुंचती हैं। पिछले कुछ सालों में गुजरात के बंदरगाहों पर भारी मात्रा में ड्रग्स बरामद भी किए गए हैं।