सार
अंकिता भंडारी हत्याकांड (Ankita Bhandari murder case) में बीजेपी ने हत्या के आरोपी पुलकित आर्य के पिता विनोद आर्य और उसके भाई अंकित आर्य को पार्टी से निकाल दिया है। विनोद पूर्व मंत्री थे।
देहरादून। 19 साल की अंकिता भंडारी की हत्या (Ankita Bhandari murder case) से उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में आक्रोश फैल गया है। उग्र लोगों ने हत्या के आरोपी के रिसॉर्ट और फैक्ट्री में आग लगा दी। शनिवार सुबह अंकिता का शव चिल्ला नहर से बरामद किया गया था। एम्स ऋषिकेश में शव का पोस्टमॉर्टम किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग पोस्टमॉर्टम हाउस के बाहर जुट गए। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए भारी संख्या में पुलिस के जवानों को तैनात करना पड़ा। पोस्टमॉर्टम के बाद परिजन अंकिता के शव को अपने घर ले गए।
अंकिता पूर्व भाजपा नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य के रिसॉर्ट में रिशेप्सनिस्ट थी। आरोप है कि पुलकित ने उसपर रिसॉर्ट आने वाले वीआईपी गेस्ट को एक्स्ट्रा सर्विस देने का दवाब बनाया था। इनकार करने उसने अंकिता की हत्या कर दी। इस मामले में पुलिस ने पुलकित समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। भाजपा ने कार्रवाई करते हुए पूर्व मंत्री विनोद आर्य और पुलकित के भाई अंकित आर्य को पार्टी से निकाल दिया है। सस्पेंड होने के बाद विनोद आर्य ने कहा कि जिला प्रशासन को मामले की जांच करनी चाहिए। अगर हम गलत हैं तो उसके मुताबिक कार्रवाई की जाए।
अंकिता भंडारी पुलकित आर्य के रिसॉर्ट से लापता हुई थी। सोमवार सुबह अंकिता के माता-पिता ने राजस्व पुलिस चौकी में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई गई थी। पुलकित को पुलिस ने रिसॉर्ट के दो कर्मचारियों के साथ शुक्रवार को रिसेप्शनिस्ट की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस हिरासत में पूछताछ के दौरान आरोपी ने कबूल किया कि उन्होंने अंकिता को नहर में धकेल दिया था, जिसके बाद वह डूब गई थी। एसडीआरएफ के जवानों ने शुक्रवार को शव की तलाश की, लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली। प्रशासन द्वारा नहर का पानी कम किए जाने के बाद शनिवार सुबह शव बरामद किया गया।
रिसॉर्ट पर चला बुलडोजर
अंकिता उत्तराखंड के पौड़ी जिले के वनतारा रिसॉर्ट में काम करती थी। उसकी हत्या के बाद लोग आक्रोशित हो गए। उधर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कार्रवाई का आदेश दिया, जिसके बाद शुक्रवार रात को वनतारा रिसॉर्ट पर बुलडोजर चला दिया गया। रिसॉर्ट के कुछ हिस्सों को फॉरेंसिक जांच के लिए अभी छोड़ दिया गया है। उन हिस्सों को सील कर दिया गया है। जांच के बाद बचे हुए हिस्सों को भी गिरा दिया जाएगा। दूसरी ओर घटना से नाराज स्थानीय लोगों ने शनिवार को रिसॉर्ट के एक हिस्से में आग लगा दी। यहां अचार की फैक्ट्री थी। पुलिस ने बताया कि कोटद्वार की एक अदालत ने तीनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
भाजपा विधायक पर लोगों ने उतारा गुस्सा
अंकिता की हत्या से आक्रोशित लोग शनिवार को पौड़ी गढ़वाल में सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। हजारों लोगों की भीड़ जुटी थी। इसी दौरान स्थानीय भाजपा विधायक रेणु बिष्ट वहां पहुंच गईं। विधायक ने लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन आक्रोशित लोग कुछ सुनने के लिए तैयार नहीं थे। विधायक को उग्र लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा। पुलिसकर्मियों ने किसी तरह उन्हें भीड़ से बचाया और दूर ले गए। इस दौरान लोगों ने विधायक की कार में तोड़फोड़ की।
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अंकित आर्य ले गया था अंकिता के लिए खाना
अंकिता भंडारी 17 सितंबर को लापता हुई थी। शाम को पुलकित आर्य उसे अपने साथ ले गया था और नहर में धकेल दिया था। उसके बाद पुलकित के भाई अंकित आर्य ने रिसॉर्ट के कर्मचारियों से अंकिता के बारे में जानकारी छिपाई। वह अंकिता के नाम पर खाना लेकर उसके रूम में गया। 18 सितंबर की सुबह रिसॉर्ट के कर्मचारी ने देखा कि खाना पड़ा हुआ है, लेकिन अंकिता नहीं है।
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रिसॉर्ट के कर्मचारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा, "मेरे पास अंकित आर्य का फोन रात 8 बजे आया था। उन्होंने 4 लोगों के लिए रात का खाना बनाने के लिए कहा था। लगभग 10:45 बजे वह आया और कहा कि अंकिता के कमरे में खाना ले जाएगा। जिस पर मैंने कहा कि हमारा सर्विस बॉय खाना ले जाएगा, लेकिन वह नहीं माना। वह खाना ले गया। सुबह हमने देखा कि अंकिता अपने कमरे से गायब थी। उसका बैग, पैसा और खाना कमरे में ही था।"