सार
अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि सवाल पूछने पर चीख पुकार मचाने वालों को गहरी चोट लगी है क्योंकि ये लोग खुद को विशेषाधिकार प्राप्त मानते हैं। ये वही लोग हैं जिनके पूर्वज पिछड़ों, दलितों और वंचितों को 'बुद्धू' कहा करते थे।
Caste census issue: संसद में राहुल गांधी की जाति को लेकर कमेंट करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक बार फिर राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि सवाल पूछने पर चीख पुकार मचाने वालों को गहरी चोट लगी है। क्योंकि यह लोग समझते हैं कि सवाल पूछने का हक सिर्फ इनको ही है क्योंकि ये प्रिविलेज्ड हैं। ये वही लोग हैं जिनके पूर्वज पिछड़ों को, वंचितों को, दलितों को बुद्धू कहा करते थे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज उन्हीं लोगों के घरों में बुद्धुओं की भरमार है जिनके पूर्वज पिछड़ों, दलितों, वंचितों को बुद्धू कहा करते थे। ये लोग दलितों, आदिवासियों, वंचितों को समानता का अधिकार न देने का बहाना बनाते थे। ये वही लोग हैं जो कहते कि कैसे कोई दलित व्यक्ति उनके सामने कोट-पैंट पहनकर खड़ा हो सकता है और संविधान लिख सकता है। बुद्धू में नहीं कह रहा हूं, यह बात तो कांग्रेस के तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी कहा करते थे। सांच को आंच क्या? उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी पढ़ लें कि राजीव गांधी ने कहा था कि आरक्षण के नाम पर बुद्धुओं को बढ़ावा नहीं देंगे। अनुराग ठाकुर ने एक अखबार के लखनऊ एडिशन की क्लिपिंग दिखाते हुए उस खबर को लिखने वाले को कोट किया।
ठाकुर ने किया एक्स हैंडल पर पोस्ट
अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए एक्स हैंडल पर पोस्ट किया: सांच को आंच नहीं…कुछ लोगों के मेरे भाषण से उनके “Sense of Entitlement” को गहरी चोट लगी है, जिसका असर हुआ कि पूरे ने चीख पुकार मचाना शुरू कर दिया है। इन्हें लगता है कि सवाल पूछने का हक सिर्फ इन्हें है, क्योंकि ये Privileged हैं। यह वही लोग हैं जिनके पूर्वज देश के पिछड़ो, दलितों और वंचितों को बुद्धू कहा करते थे। जो लोग आज तक लेगेसी की मलाई खाते आ रहे रहे हैं, आज उनके मुँह में सवाल की खटाई क्या पड़ी, ये झूठ बोलकर अपनी जग हंसाई करवा रहे हैं। "लम्हों ने ख़ता की थी, सदियों ने सजा पाई"
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