सार

संजीव सान्याल ने एप्पल फोन टैपिंग विवाद के जॉर्ज सोरोस एंगल के बारे में बताया है। सान्याल ने बताया है कि एप्पल के फोन पर जो मैसेज लोगों को मिले उसे ऐप्पल ने नहीं जारी किया था। यह मैसेज जॉर्ज सोरोस से जुड़े एक एनजीओ एक्सेस नाउ द्वारा जारी किया गया था।

नई दिल्ली। एप्पल फोन टैपिंग को लेकर देश में राजनीतिक विवाद तेज हो गया है। विपक्षी पार्टियों ने नेताओं ने एक बार फिर पेगासस का रट लगाना शुरू कर दिया है। उनका आरोप है कि सरकार विरोधियों के फोन टैप कर रही है।

दरअसल, एप्पल ने कांग्रेस सांसद शशि थरूर, शिवसेना (उद्धव ठाकरे टीम) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी, एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी, समाजवादी नेता अखिलेश यादव और तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा समेत कई विपक्षी सांसदों को चेतावनी भरा टेक्स्ट मैसेज भेजा है। इसमें इन नेताओं से अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। एप्पल ने कहा है कि आपका मोबाइल डेटा चोरी हो सकता है।

राहुल गांधी के ऑफिस के तीन लोगों को मिले मैसेज
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के ऑफिस के तीन लोगों को ऐसे चेतावनी भरे टेक्स्ट मैसेज मिले हैं। राहुल गांधी ने इसकी कड़ी निंदा की है। उन्होंने इन सबकी वजह उद्योगपति गौतम अडानी को बताया है। राहुल गांधी ने कहा कि जब भी वह अडानी पर बोलते हैं सरकार की ओर से इस तरह के काम किए जाते हैं।

एप्पल के मैसेज के तूल पकड़ने के बाद केंद्र सरकार एक्शन में आई। केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि विपक्षी नेताओं ने सेल फोन टैप किए जाने के आरोप लगाए हैं। इस मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। जिन लोगों को ऐसे मैसेज मिले हैं और एप्पल जांच में सहयोग करें।

विवाद बढ़ने पर एप्पल ने कहा 150 देशों के लोगों को भेजे गए मैसेज

दूसरी ओर विवाद बढ़ने पर एप्पल ने बताया कि खतरे की खुफिया संकेतों के आधार पर 150 देशों में इसी तरह के मैसेज जारी किए गए। कभी-कभी आईफोन हैक से संबंधित मैसेज झूठी चेतावनी हो सकते हैं। इसमें यह नहीं कहा गया है कि भारत सरकार द्वारा फोन हैक कराया जा रहा है, जैसा कि बताया जा रहा है।

 

 

संजीव सान्याल ने बताया जॉर्ज सोरोस के NGO ने भेजे मैसेज

लेखक और अर्थशास्त्री संजीव सान्याल ने फोन टैपिंग विवाद के एक और महत्वपूर्ण एंगल की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित कराया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसको लेकर पोस्ट किया है। अपने पोस्ट में सान्याल ने बताया है कि एप्पल के फोन पर जो मैसेज लोगों को मिले उसे खुद ऐप्पल ने नहीं जारी किया था। यह मैसेज जॉर्ज सोरोस से जुड़े एक एनजीओ एक्सेस नाउ द्वारा जारी किया गया था। उन्होंने सवाल उठाया है कि ऐसा कैसे हो सकता है कि बाहरी एनजीओ द्वारा एप्पल के यूजर्स को अलर्ट मैसेज भेजा जाए। उन्होंने एप्पल और जॉर्ज सोरोस के गठजोड़ को लेकर सवाल किए हैं।

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बता दें कि जॉर्ज सोरोस अमेरिका के अरबपति कारोबारी हैं। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कटु आलोचक के रूप में भी जाना जाता है। उनपर पैसे का इस्तेमाल कर भारत के अंदरूनी मामले में दखल देने की कोशिश करने के आरोप लगे हैं। दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक एलन मस्क ने जॉर्ज सोरोस को मानवता से नफरत करने वाला बताया है।