दुबई एयर शो में तेजस लड़ाकू विमान के क्रैश होने के बाद, आर्मेनिया ने भारत से विमान खरीदने की बातचीत रोक दी है। 1.2 अरब डॉलर की यह डील भारत का पहला तेजस एक्सपोर्ट ऑर्डर हो सकता था।

तेल अवीव: दुबई एयर शो में तेजस लड़ाकू विमान के क्रैश होने के बाद, आर्मेनिया ने भारत से विमान खरीदने की बातचीत रोक दी है। यह खबर इजरायली मीडिया 'द जेरूसलम पोस्ट' ने रिपोर्ट की है। हादसे में तेजस के पायलट, भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर नमाश सियाल शहीद हो गए थे। आर्मेनिया के बातचीत रोकने से इजरायल को भी झटका लगा है। इजरायल को इस डील से लाखों डॉलर मिलने की उम्मीद थी, क्योंकि तेजस लड़ाकू विमानों के कुछ उपकरण इजरायल से ही इम्पोर्ट किए जाते हैं।

आर्मेनिया 1.2 अरब डॉलर (दस हजार करोड़ रुपये) में 12 विमान खरीदने के लिए भारत सरकार और तेजस बनाने वाली कंपनी HAL से बातचीत कर रहा था। अगर यह डील फाइनल हो जाती, तो यह तेजस का पहला एक्सपोर्ट ऑर्डर होता। तेजस को भारतीय वायु सेना के मिग-21 विमानों की जगह लेने के लिए डिजाइन किया गया था। अब तक भारतीय वायु सेना को केवल 40 तेजस विमान ही सौंपे गए हैं। तेजस Mk1A में इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज के एल्टा द्वारा विकसित AESA रडार तकनीक और एक इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली का इस्तेमाल होता है। पायलटों को इजरायली एल्बिट हेलमेट से लैस नई पीढ़ी के व्यू भी मिलेंगे। विमान में राफेल द्वारा विकसित डर्बी रडार-गाइडेड मिसाइलें भी लगाई जाएंगी।