सार
चीन से चल रहे सीमा विवाद के बीच आर्मी चीफ एमएम नरवणे शुक्रवार को लद्दाख दौरे पर पहुंचे। यहां उन्होंने सैन्य तैयारियों का जायजा लिया। आर्मी चीफ नरवणके ने कहा, चीन से लगी सीमा पर 3 महीने से हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। भारतीय जवानों का जोश हाई है, वह हर चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
नई दिल्ली. चीन से चल रहे सीमा विवाद के बीच आर्मी चीफ एमएम नरवणे शुक्रवार को लद्दाख दौरे पर पहुंचे। यहां उन्होंने सैन्य तैयारियों का जायजा लिया। आर्मी चीफ नरवणके ने कहा, चीन से लगी सीमा पर 3 महीने से हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। भारतीय जवानों का जोश हाई है, वह हर चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
उन्होंने कहा, चीन से राजनयिक और सैन्य स्तर पर बातचीत जारी है। इस विवाद को बातचीत के जरिए हल किया जा सकता है। हालांकि हम हर चुनौती के लिए पूरी तरह तैयार है। हमने अपनी सीमा की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए हैं।
जवानों का जोश काफी हाई
आर्मी चीफ ने बताया कि लेह दौरे पर पहुंचकर मैं कई जगहों पर गया। अफसरों और जूनियर कमिशन अफसरों से मुलाकाता की। स्थिति का जायजा लिया। जवानों का जोश बहुत अधिक है। वे किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं। मैं कह सकता हूं कि हमारे जवान सबसे बेहतर हैं।
चीन ने तीन दिन में 3 बार की घुसपैठ की कोशिश
- 01 सितंबर : चीनी सेना के 7-8 बड़े वाहनों ने घुसपैठ की कोशिश की। लेकिन चेपूजी कैंप के पास तैनात भारतीय जवानों ने चीनी सेना को आगे नहीं बढ़ने दिया। इसके इलाके में अब भारत ने अपनी सेना तैनात कर दी है। हालांकि, भारतीय सेना ने इसे रूटीन पेट्रोलिंग का हिस्सा बताया।
- 31 अगस्त : चीनी सेना ने ब्लैक टॉप के पास घुसपैठ करना चाहते थे। लेकिन भारतीय सैनिकों की चेतावनी के बाद वे वापस लौट गए।
- 29-30 अगस्त: 29-30 अगस्त की रात को चीन ने पैंगोंग इलाके में घुसपैठ की कोशिश की थी। लेकिन भारतीय सेना ने जवानों ने चीन की इस कोशिश को नाकाम कर दिया और चीनी सैनिक वापस लौट गए।
15 जून को हुई थी हिंसका झड़प
भारत और चीन के बीच विवाद पिछले 3-4 महीनों से चल रहा है। 15 जून को दोनों देशों की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इस झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। वहीं, चीन के भी 40 जवान मारे गए थे। हालांकि, चीन ने अब तक आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया है।