सार
जेटली पेशे से एक वकील हैं और वह भाजपा सरकार के पहले कार्यकाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल का अहम हिस्सा रहे थे।
नई दिल्ली. खबरों के मुताबिक, पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली की हालत नाजुक बनी हुई है। विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम उनकी हालत पर नजर रख रही है। वे आईसीयू में हैं। शुक्रवार देर रात करीब 11 बजे गृह मंत्री अमित शाह और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ उनसे मिलने अस्पताल पहुंचे थे। इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन और स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे भी वहां मौजूद थे। वहीं, शुक्रवार को दोपहर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी जेटली का हालचाल लेने पहुंचे थे।
बसपा सुप्रीमो और नीतीश ने की मुलाकात
बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी जेटली का हाल जाना। मायावती ने एक ट्वीट भी किया, जिसमें उन्होंने लिखा, "पूर्व केन्द्रीय वित्त व रक्षा मंत्री व बीजेपी के वरिष्ठ नेता श्री अरुण जेटली के स्वास्थ्य का हालचाल लेने आज नई दिल्ली के एम्स अस्पताल गई। वहां उनके परिवार के लोगों से मिलकर उन्हें दिलासा दिलाने के साथ-साथ कुदरत से प्रार्थना भी है कि वह श्री जेटली को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ दें।" बिहार के सीएम नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह भी पूर्व वित्त मंत्री का हाल जानने अस्पताल पहुंचे थे।
सांस लेने में है तकलीफ
अरुण जेटली को सांस लेने में तकलीफ और बेचैनी की शिकायत के बाद 9 अगस्त को दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती कराया गया था। इससे पहले 2019 में उन्हें मई में इलाज के लिए एम्स में भर्ती कराया गया था। जेटली पेशे से एक वकील हैं और वह भाजपा सरकार के पहले कार्यकाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल का अहम हिस्सा रहे थे। उन्होंने वित्त एवं रक्षा दोनों मंत्रालयों का कार्यभार संभाला था और उन्होंने पहले सरकार के लिए संकटमोचक के तौर काम किया। अपने खराब स्वास्थ्य के कारण ही जेटली ने 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा। पिछले साल 14 मई को एम्स में उनके गुर्दे का प्रतिरोपण हुआ था और उस वक्त उनकी जगह रेल मंत्री पीयूष गोयल ने वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभाला था।
ठीक से काम नहीं कर रहे हैं ये अंग
सूत्रों के मुताबिक, अरुण जेटली का अमित शाह के अलावा सुबह 10 बजे सभी मंत्री हाल जानने के लिए अस्पताल पहुंचे। जेटली की तबीयत शुक्रवार देर शाम बिगड़ी थी। उनके दिल और फेफड़े ठीक तरह से काम नहीं कर रहे हैं, इसीलिए उन्हें मशीन पर रखा गया है।