सार
तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर हादसे में शहीद हुए देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका की अस्थियां आज हरिद्वार में गंगा नदी में विसर्जित की जाएंगी।
हरिद्वार। तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर हादसे में शहीद हुए देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका की अस्थियां आज हरिद्वार में गंगा नदी में विसर्जित की जाएंगी। हरिद्वार के वीआईपी घाट पर अस्थी विसर्जन को लेकर तैयारी की गई है। सुबह 11 बजे स्वर्गीय बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत की अस्थियां विसर्जित की जाएगी।
हरिद्वार के डीएम विनय शंकर पांडेय के अनुसार बिपिन रावत और उनकी पत्नी की अस्थियां हरिद्वार पहुंचने की उन्हें जानकारी मिली है। प्रशासन ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है। अस्थियों को उनकी बेटियां कृतिका और तारिणी व परिवार के सदस्य हरिद्वार लेकर आएंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट भी इस दौरान हरिद्वारा पहुंच सकते हैं।
दिल्ली से सुबह छह बजे सेना का विशेष विमान सीडीएस बिपिन रावत की अस्थियां लेकर जौलीग्रांट के लिए रवाना हुआ। जौलीग्रांट हवाई अड्डे से सड़क मार्ग से ससम्मान अस्थियां हरिद्वार लाई जाएंगी। सुबह करीब 11 बजे वीआइपी घाट पर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच उनकी अस्थियां गंगा में विसर्जित कर दी जाएंगी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
अंतिम संस्कार के समय दी गई 17 तोपों की सलामी
बता दें कि शुक्रवार को दिल्ली कैंट में शाम को जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया था। दोनों बेटियों कृतिका और तारिणी ने एकसाथ उन्हें मुखाग्नि दी थी। तीनों सेनाध्यक्षों और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जनरल रावत को अंतिम श्रद्धांजलि दी थी। इस दौरान उन्हें 17 तोपों की सलामी दी गई थी। इस दौरान 800 जवान यहां मौजूद रहें। जनरल रावत की यूनिट 5/11 गोरखा राइफल्स अंतिम संस्कार की व्यवस्था संभाल रखी थी। इससे पहले रावत के अंतिम दर्शन के लिए दिल्ली की सड़कों पर लोगों की भीड़ लगी रही। जहां-जहां से भी शव वाहन गुजरा वहां लोग हाथ में तिरंगा लिए अमर रहें के नारे लगाते दिखे।
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