सार

मुस्तफा की गिरफ्तारी के बाद उसकी पत्नी ने उसका मोबाइल तोड़ दिया था। लेकिन पुलिस मदर बोर्ड को बरामद करने में कामयाब रही। मुफ्ती ने 43 छात्रों के साथ मदरसे की स्थापना की थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा उनके अभिभावकों की मदद से उन्हें पास के नियमित स्कूलों में प्रवेश दिया गया है।

गुवाहाटी। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के बुलडोजर (bulldozer) की कॉपी कई राज्यों ने करना शुरू कर दिया है। असम (Assam) के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himata Biswa Sarma) ने भी बुलडोजर का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। असम के मोरीगांव (Moregaon)में एक मदरसा को गुरुवार को बुलडोजर से गिरा दिया गया। इस मदरसा के संचालक को कथित बांग्लादेशी आतंकवादी संगठन अंसारुल इस्लाम (Ansarul Islam) से संबंध होने के आरोप में अरेस्ट किया गया है।

मदरसा को कर दिया गया था सील

पुलिस ने कहा कि असम के मोरीगांव जिले में मदरसा पर कार्रवाई की गई है। मोरीगांव मदरसा के प्रमुख मुफ्ती मुस्तफा को बांग्लादेश आतंकवादी संगठन अंसारुल इस्लाम से संबंध होने पर अरेस्ट किया गया था। मोइराबारी के जमातुल मदरसा को सील कर दिया गया था।

मार्च में पांच आतंकी मॉड्यूल का हुआ था भंडाफोड़

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा ने बताया कि इस साल मार्च से असम में पांच आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था। इसमें मोरीगांव मॉड्यूल का खुलासा हुआ था। इस कार्रवाई में मुस्तफा सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने कहा कि मदरसे को आपदा प्रबंधन अधिनियम और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत ध्वस्त कर दिया गया। इसे स्थानीय पंचायत या जिला प्रशासन से कोई अनुमति नहीं थी और मुस्तफा को अपने पिता की संपत्ति के हिस्से के रूप में मिली जमीन पर बनाया गया था।

इसके अलावा, मदरसे का बिजली कनेक्शन अवैध पाया गया और इसलिए उपायुक्त ने सभी कानूनी औपचारिकताओं का पालन करने के बाद विध्वंस का आदेश दिया। मुस्तफा की शिक्षा उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में हुई थी और उन्होंने भोपाल से इस्लामी कानून में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की थी। सरमा ने कहा कि वह अंसारुल इस्लाम के लिए एक महत्वपूर्ण वित्तीय माध्यम था और उसके खाते में नियमित रूप से छोटी राशि जमा की जाती थी ताकि कोई संदेह पैदा न हो।

मुस्तफा की गिरफ्तारी के बाद पत्नी ने तोड़ा मोबाइल

सरमा ने कहा कि मुस्तफा की गिरफ्तारी के बाद उसकी पत्नी ने उसका मोबाइल तोड़ दिया था। लेकिन पुलिस मदर बोर्ड को बरामद करने में कामयाब रही। मुफ्ती ने 43 छात्रों के साथ मदरसे की स्थापना की थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा उनके अभिभावकों की मदद से उन्हें पास के नियमित स्कूलों में प्रवेश दिया गया है।

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