सार
बलिया गोलीकांड में मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह को सोमवार को बलिया जिला अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने आरोपी धीरेंद्र सिंह को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। धीरेंद्र सिंह को यूपी एसटीएफ ने रविवार को लखनऊ से गिरफ्तार किया था।
बलिया. बलिया गोलीकांड में मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह को सोमवार को बलिया जिला अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने आरोपी धीरेंद्र सिंह को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। धीरेंद्र सिंह को यूपी एसटीएफ ने रविवार को लखनऊ से गिरफ्तार किया था। उधर, आरोपी धीरेंद्र सिंह के पक्ष में बयान देने को लेकर भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह पर पार्टी ने नाराजगी जाहिर की।
बलिया गोलीकांड में मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह का करीबी बताया जा रहा है। विधायक सुरेंद्र सिंह भी धीरेंद्र के समर्थन में लगातार बयानबाजी कर रहे हैं। ऐसे में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उत्तर प्रदेश में पार्टी अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह की फोन कर कड़ी आपत्ति जताई है।
जांच में दखल ना दें विधायक
नड्डा ने इस मामले में विधायक से किसी भी तरह का दखल ना देने के लिए कहा है। नड्डा ने स्वतंत्र देव सिंह से कहा कि अगर वे ऐसा नहीं करते तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। इससे पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र सिंह ने भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह को लखनऊ तलब किया है।
क्या है मामला?
बलिया के रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर गांव में 15 अक्टूबर को दोपहर बाद पुलिस और जिला प्रशासन के आला अधिकारियों की मौजूदगी में धीरेंद्र प्रताप सिंह समेत अन्य आरोपियों ने एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी थी। वारदात उस वक्त हुई जब कोटा की दुकान के लिए एसडीएम और सीओ की मौजूदगी में गांव में खुली बैठक चल रही थी।
भाजपा विधायक का करीबी है धीरेंद्र सिंह
इस घटना को अंजाम देने के बाद धीरेंद्र सिंह फरार हो गया था। पुलिस मूक दर्शक बनी रही। इस मामले में विपक्षी पार्टियां योगी सरकार पर जमकर निशाना साध रही हैं। बताया जा रहा है कि आरोपी धीरेंद्र सिंह बैरिया से बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह का दहिना हाथ है। वह नेताजी का बेहद करीबी है।
अभी तक 10 आरोपी गिरफ्तार
धीरेंद्र सिंह के आलावा दो आरोपी संतोष यादव और अमरजीत यादव को गिरफ्तार किया गया है। दोनों पर 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित था। धीरेंद्र सिंह के अलावा अब तक कुल 10 (5 नामजद, 5 अन्य) आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। इस मामले में पुलिस ने आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA)और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने की योजना बनाई है। इस मामले में पुलिस ने 20-25 अज्ञात आरोपियों का भी नाम दर्ज किया है।