सार

बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद से हिंदुओं पर बर्बरता बढ़ गई है, जिसमें 50 से अधिक हिंदू शिक्षकों को जबरन इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया है। हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा, लूटपाट और मंदिरों में तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आई हैं।

Bangladesh Violence: बांग्लादेश में अवामी लीग की नेता शेख हसीना के तख्तापलट के बाद से ही हिंदुओं को चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है। आरक्षण विरोधी आंदोलन के नाम पर हुए सत्ता परिवर्तन के बाद से ही हिंदुओं के खिलाफ जारी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। हिंदू और अल्पसंख्यक समुदाय के साथ बर्बरता इस कदर बढ़ती जा रही है कि बांग्लादेश के हिंदू टीचरों से जबरन इस्तीफा लिया जा रहा है। इससे जुड़े कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।

बांग्लादेश में 50 से ज्यादा हिंदू टीचर्स के जबरन इस्तीफे लिए

शेख हसीना सरकार के जाते ही बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर जमकर हिंसा हो रही है। अब तक 50 हिंदू टीचरों को बेइज्जत करते हुए उनसे जबरन इस्तीफा लिखवाया गया है। बरिशाल के बेकरगंज सरकारी कॉलेज की प्रिंसिपल शुक्ला रानी हलदर से भी जबरन इस्तीफा लिया गया है। इससे पहले भी एक सरकारी स्कूल के टीचर को कुछ लोगों ने परेशान करते हुए इस्तीफा लिया था, जिसका वीडियो कोलकाता इस्कॉन के वाइस प्रेसिडेंट और प्रवक्ता राधारमण दास ने सोशल मीडिया पर शेयर किया था। इस वीडियो के साथ राधारमण दास ने लिखा- बांग्लादेश में एक हिंदू शिक्षक को मुस्लिम छात्रों द्वारा उन्हें अपमानित कर इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया। ये वही टीचर हैं, जिन्होंने कभी इन स्टूडेंट को पढ़ाया था।

दबाव के चलते 19 शिक्षकों को किया बहाल
बांग्लादेश के अखबार द डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार के तख्तापलट के बाद वहां अल्पसंख्यकों पर जातीय और धार्मिक हिंसा कई गुना बढ़ चुकी है। हिंदुओं के साथ आए दिन लूटपाट, मंदिरों में तोड़फोड़, महिलाओं पर हमले, घरों पर आगजनी हो रही है। इतना ही नहीं, देश के तमाम अल्पसंख्यक शिक्षकों के साथ बेइज्ज्ती और उन्हें जबरन इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया जा रहा है। इसके चलते 30 अगस्त तक 50 टीचरों को इस्तीफा देना पड़ा। हालांकि, बाद में दबाव के चलते 19 शिक्षकों को बहाल करना पड़ा है।

48 जिलों में हिंदुओं के साथ बर्बरता

रिपोर्ट्स के मुताबिक, बांग्लादेश में राजधानी ढाका समेत देश के 48 जिलों में हिंदुओं के साथ बर्बरता का दौर जारी है। अंतरिम सरकार का जिम्मा संभाल रहे मुहम्मद यूनुस द्वारा हिंदुओं पर हिंसा नहीं किए जाने के आश्वासन के बाद भी ये सिलसिला नहीं थम रहा है। बांग्लादेश जातीय हिंदू मोहजोत (BJHM) के मुताबिक, 5 अगस्त के बाद से अब तक 278 जगहों पर हिंदू परिवारों को निशाना बनाया गया है। बता दें कि बांग्लादेश में फैली हिंसा में अब तक 400 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

यूनुस सरकार ने जमात-ए-इस्लामी से हटाया बैन

बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने हाल ही में कट्टरपंथी पार्टी जमात-ए-इस्लामी से बैन हटा लिया है। बैन हटते ही पार्टी के सीनियर लीडर शफीकुर रहमान ने भारत को नसीहत देते हुए कहा- हम भारत के साथ स्थायी और मजबूत रिश्ते चाहते हैं, लेकिन इसके लिए पड़ोसी हमारे मामलों में टांग अड़ाना बंद करे।

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