सार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की जम्मू यात्रा से पहले आतंकी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। सुरक्षा बलों को इसकी सूचना पहले ही मिल गई, जिसके चलते साजिश को नाकाम किया जा सका।
जम्मू। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) 24 अप्रैल को जम्मू की यात्रा करने वाले हैं। आतंकियों ने पीएम की यात्रा से पहले जम्मू-कश्मीर में बड़ी वारदात को अंजाम देने की साजिश रची थी। गुप्त सूचना के आधार पर सुरक्षा बल के जवानों ने इस साजिश को नाकाम कर दिया। शुक्रवार को जम्मू के सुंजवां और चड्ढा आर्मी कैंप के पास आतंकियों ने सुरक्षाबलों को निशाना बनाते हुए हुए फायरिंग की। इसके बाद हुए मुठभेड़ में तीन आतंकियों का सफाया कर दिया गया।
जम्मू जोन के एडीजीपी मुकेश सिंह ने कहा कि खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी के आधार पर हमने सुंजवां के एक इलाके की घेराबंदी कर दी। हमने रात भर घेरा बनाए रखा। शुक्रवार सुबह करीब 4 बजे आतंकियों ने घुसने की कोशिश की और पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया, जिसमें 5 जवान घायल हो गए।
काफी खतरनाक थे आतंकियों के मंसूबे
मुकेश सिंह ने कहा कि हम आतंकियों को घेराबंदी वाले इलाके में रखने में कामयाब रहे। तलाशी अभियान शुरू किया गया और दोनों आतंकवादी मारे गए। हमने बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद और आईईडी बनियान बरामद किया है। हमने अब साइट को साफ कर दिया है और ऑपरेशन अब औपचारिक रूप से समाप्त हो गया है। उन्होंने जिस तरह की बनियान पहनी थी, उससे स्पष्ट है कि वे यहां भारी नुकसान पहुंचाने आए थे और उनके मंसूबे काफी खतरनाक थे। खुफिया एजेंसियों और सुरक्षा बलों के समय पर हस्तक्षेप से यह बड़ी आपदा टल गई।
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जांच के लिए एनआईए टीम पहुंची
सुंजवां में हुए आतंकी हमले की जांच की जिम्मेदारी एनआईए को दी गई है। एनआईए के अधिकारियों की एक टीम सुंजवां पहुंची और घटना स्थल का निरीक्षण किया। बता दें कि सुंजवां कैंप के पास हुए मुठभेड़ में सेना के एक अधिकारी शहीद हो गए। वहीं, तीन आतंकी मारे गए। मारे गए दहशतगर्दों के नाम यूसुफ डार, हिलाल शेख और फैजल डार हैं। तीनों आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े थे।
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