बेंगलुरु में दिनदहाड़े हुई 7.11 करोड़ रुपये की डकैती के मामले में पुलिस ने सीएमएस के स्टाफ और ड्राइवर पर शक जताया है। यह वारदात पूरी प्लानिंग के साथ, नकली नंबर प्लेट का इस्तेमाल करके की गई है और पुलिस ने संदिग्धों की तस्वीरें जारी की हैं।
बेंगलुरु: बेंगलुरु में दिनदहाड़े हुई करोड़ों की डकैती के मामले में अब कई तरह के शक पैदा हो रहे हैं। पुलिस ने पैसे ले जा रहे सीएमएस के ड्राइवर पर शक जताया है। इसी बीच, 7 करोड़ 11 लाख की डकैती के मामले में पुलिस विभाग ने संदिग्धों की तस्वीरें जारी की हैं। इनोवा कार में आए आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस हाई अलर्ट पर है और शुरुआती जानकारी के आधार पर कुल 6 आरोपियों की तस्वीरें जारी की गई हैं। पुराने अपराधियों और कुछ संदिग्धों की तस्वीरें जारी की गई हैं और सभी पुलिसकर्मियों को नाकाबंदी के दौरान इन तस्वीरों से चेहरों का मिलान करने का निर्देश दिया गया है।
पूरे बेंगलुरु में नाकाबंदी
इस दहला देने वाली डकैती के बाद पूरे बेंगलुरु में नाकाबंदी कर चेकिंग करने के निर्देश दिए गए हैं। दो एडिशनल पुलिस कमिश्नर और डीसीपी की निगरानी में जांच चल रही है और पहली नजर में सीएमएस स्टाफ पर भी शक है। घटना के बाद उन्होंने काफी देर से जानकारी दी। सवाल यह भी है कि उन्होंने अपनी बंदूक का इस्तेमाल क्यों नहीं किया। इन सभी पहलुओं से जांच की जा रही है। फिलहाल, ड्राइवर, दो गनमैन और एक कैश डिपॉजिट करने वाले स्टाफ से पूछताछ चल रही है। स्टाफ से सिद्दापुरा पुलिस स्टेशन में पूछताछ की जा रही है। शहर के पुलिस कमिश्नर हिम्मत कुमार सिंह ने कहा है कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
डेयरी सर्कल फ्लाईओवर पर ही गाड़ी क्यों रोकी?
यह डकैती पूरी प्लानिंग के साथ की गई है। अशोक पिल्लर से सिद्दापुरा को जोड़ने वाली सड़क पर कोई सीसीटीवी नहीं है। ड्राइवर ने एटीएम वैन को ऐसी जगह रोका जहां कोई सीसीटीवी नहीं था, और उसके बाद कार में आए तीन लुटेरों से बातचीत की। इसके बाद एटीएम वैन ने जेन कार का पीछा किया। डकैती डेयरी सर्कल फ्लाईओवर पर की गई, जहां लोगों की आवाजाही कम होती है। गाड़ियां तेजी से गुजरती रहती हैं। अगर कोई गाड़ी रुक भी जाए तो किसी को शक नहीं होता। साथ ही, यहां कोई सीसीटीवी फुटेज भी नहीं है। ड्राइवर के लिए यहां से भागना भी मुश्किल था। इसीलिए आरोपियों ने डेयरी सर्कल फ्लाईओवर को चुना था। घटना के 45 मिनट से 1 घंटे की देरी से पुलिस को जानकारी देना भी कई शक पैदा कर रहा है।
चश्मदीद का बयान
एक चश्मदीद, मूर्ति बेचने वाले संजय के बयान के मुताबिक, जेन कार में पहले तीन लोग आए थे। उन्होंने एटीएम वैन को रोका। वे एटीएम वैन में मौजूद लोगों से बात कर रहे थे। जेन कार से तीन लोग उतरे। एटीएम वैन अशोक पिल्लर की तरफ से आ रही थी। एटीएम वैन ने जेन कार का पीछा किया।
गाड़ी नंबर KA 03 NC 8052 का इतिहास
यह गाड़ी बेंगलुरु ईस्ट (इंदिरानगर) आरटीओ ऑफिस में रजिस्टर्ड है। यह कार जनवरी 2018 में रजिस्टर हुई थी। डकैती के लिए नकली नंबर प्लेट का इस्तेमाल किया गया है। डकैती के बाद भागते समय पकड़े न जाएं, इसलिए नकली नंबर प्लेट का इस्तेमाल किया गया। स्विफ्ट कार की नंबर प्लेट को इनोवा कार पर लगाया गया था। यह कार पी.बी. गंगाधरन के नाम पर रजिस्टर्ड है। बेंगलुरु के तिप्पसंद्रा के पते पर रजिस्टर्ड इस कार को गरुड़ ऑटो क्राफ्ट लिमिटेड शोरूम से खरीदा गया था। यह स्विफ्ट वीडीआई मॉडल की स्विफ्ट कार है। यह सिल्की रंग की भारत स्टेज 4 कार है। कार पर 'गवर्नमेंट ऑफ इंडिया' लिखा हुआ है।
