डॉ. महेंद्र रेड्डी ने अपनी पत्नी डॉ. कृतिका को कई बार चुपके से एनेस्थीसिया का इंजेक्शन देकर मार डाला। चौंकाने वाली बात यह है कि उसने पोस्टमार्टम से बचने की भी पूरी कोशिश की थी।

बेंगलुरु: एक गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट पति को अपनी युवा डॉक्टर पत्नी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पति डॉ. महेंद्र रेड्डी ने अपनी पत्नी डॉ. कृतिका को कई बार चुपके से एनेस्थीसिया का इंजेक्शन देकर मार डाला। चौंकाने वाली बात यह है कि डॉ. महेंद्र रेड्डी ने कृतिका के शव का पोस्टमार्टम टालने की भी कोशिश की थी।

डॉ. कृतिका रेड्डी की मौत, जिसे उनके अपने माता-पिता भी एक स्वाभाविक मौत मान रहे थे, असल में एक हत्या थी। इस खुलासे से बेंगलुरु का मेडिकल जगत हैरान है। डॉ. महेंद्र ने गैस्ट्रिक के इलाज के बहाने धीरे-धीरे एनेस्थीसिया का इंजेक्शन देकर कृतिका की हत्या की। एसिडिटी की समस्या से जूझ रही कृतिका को महेंद्र ने अपने घर और ससुराल में आईवी फ्लूइड के बहाने प्रोपोफॉल नाम की दवा दी। 21 अप्रैल से तीन दिनों तक दी गई दवा शरीर में मिलने के बाद 24 तारीख को कृतिका बेहोश होकर गिर पड़ीं। डॉक्टरों ने उन्हें अस्पताल पहुंचने से पहले ही मृत घोषित कर दिया, लेकिन महेंद्र पोस्टमार्टम न कराने पर जोर दे रहा था। इसके लिए उसने कृतिका के पिता पर भी दबाव डाला। अस्पताल प्रशासन के न मानने की वजह से यह सुनियोजित हत्या सामने आ सकी।

पोस्टमॉर्टम रोकने के लिए डॉ. महेंद्र रेड्डी ने की हर कोशिश

इस मामले में कृतिका की बहन, जो खुद एक डॉक्टर हैं, निकिता रेड्डी का रुख भी अहम रहा। जब यह तय हो गया कि पोस्टमार्टम होगा, तो महेंद्र ने उस कमरे में भी रहने की कोशिश की। पुलिस ने दखल देकर उसे बाहर निकाला। उस वक्त भी शक महेंद्र पर नहीं गया था। आखिरकार, जब FSL रिपोर्ट सामने आई, तो रिश्तेदार और दोस्त हैरान रह गए। लेकिन महेंद्र ने कृतिका को क्यों मारा, यह अभी तक साफ नहीं हो पाया है। महेंद्र ने अपना अस्पताल शुरू करने के लिए ससुराल वालों से मदद मांगी थी। पुलिस का अनुमान है कि इसी बात की रंजिश या किसी और महिला से संबंध हत्या की वजह हो सकते हैं। हिरासत में लिए गए डॉ. महेंद्र से पुलिस विस्तार से पूछताछ कर रही है। डॉ. कृतिका रेड्डी स्किन स्पेशलिस्ट थीं और महेंद्र गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट। दोनों की शादी 2024 में हुई थी।