सार

बेंगलुरु में फेसबुक पर नकली अकाउंट बनाकर दोस्ती का झांसा देकर ₹1.50 लाख की ठगी करने वाले 7 आरोपी गिरफ्तार। पुलिस ने 9 मोबाइल, 11 पासबुक, और कई ATM कार्ड ज़ब्त किए।

फ़ेसबुक पर नकली अकाउंट बनाकर फ़्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर साइबर ठगी करने वाले 7 आरोपियों को आडुगोडी थाना पुलिस ने गिरफ़्तार किया है, आरोपियों से 9 मोबाइल, 11 बैंक पासबुक, 6 चेकबुक, 31 एटीएम कार्ड, 9 आधार कार्ड ज़ब्त किए गए हैं।

मैसूर के ख़ासीफ़, अज़रुद्दीन, मुदासिर, शशिकुमार, इम्मियाज़ और शफ़ीवुल्ला शरीफ़ और शिडलगट्टा के सैय्यद दानिश गिरफ्तार। आरोपियों ने आडुगोडी के मोहम्मद काशिफ़ के दोस्त के नाम से फ़ेसबुक अकाउंट बनाकर ₹1.50 लाख की ठगी की। इस मामले में दर्ज शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जाँच करके आरोपियों को गिरफ़्तार किया गया है।

क्या है मामला?: 

शिकायतकर्ता मोहम्मद काशिफ़ को 7 जनवरी को उनके दोस्त के नाम और फ़ोटो वाले फ़ेसबुक अकाउंट से फ़्रेंड रिक्वेस्ट आई। काशिफ़ ने फ़्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार कर ली। कुछ देर बाद उसी अकाउंट से मैसेज आया कि मैं दुबई में हूँ, कुछ दिनों में भारत आ रहा हूँ। मेरे पास काफ़ी पैसा है, भारत लाने पर ज़्यादा टैक्स देना पड़ेगा। इसलिए मैं अपना पैसा तुम्हारे बैंक अकाउंट में ट्रांसफ़र कर देता हूँ। बेंगलुरु आने पर मैं पैसे वापस ले लूँगा।

₹7.58 लाख ट्रांसफ़र की नकली रसीद: 

इस पर यकीन करके काशिफ़ ने अपना बैंक अकाउंट नंबर दे दिया। इसके बाद ठगों ने ₹7.85 लाख ट्रांसफ़र करने की नकली रसीद बनाकर काशिफ़ को भेज दी। 24 घंटे में पैसे अकाउंट में आ जाएँगे, ऐसा कहा। अगले दिन मैसेज आया कि मैं सऊदी अरब के पुलिस थाने में फँस गया हूँ। मुझे ₹1.50 लाख की ज़रूरत है, एक बैंक अकाउंट नंबर दिया। काशिफ़ ने इसे सच मानकर ठग के दिए अकाउंट में ₹1.50 लाख ट्रांसफ़र कर दिए। 

24 घंटे बाद भी ₹7.85 लाख अकाउंट में नहीं आए। घबराकर ठग को फ़ोन किया तो नंबर बंद था। तब काशिफ़ को ठगी का एहसास हुआ। फिर आडुगोडी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। इस पर मामला दर्ज कर जाँच करके आरोपियों को गिरफ़्तार किया गया है।