सार
चेन्नई में NIA द्वारा छापेमारी संदिग्धों की तलाश में कर रही है। NIA को खुफिया जानकारी मिली थी कि रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट से जुड़े दो संदिग्ध चेन्नई में रुके हुए हैं।
बेंगलुरु रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट। बेंगलुरु रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) कर रही है। इस क्रम में आज बुधवार (27 मार्च) को NIA की टीम ने जांच प्रक्रिया में तेजी से काम करते हुए चेन्नई में तीन स्थानों पर छापेमारी की। चेन्नई में NIA द्वारा छापेमारी संदिग्धों की तलाश में कर रही है। NIA को खुफिया जानकारी मिली थी कि रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट से जुड़े दो संदिग्ध चेन्नई में रुके हुए हैं।
इसके बाद NIA की टीम ने चेन्नई में ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू कर दी। NIA ने ब्लास्ट से जुड़े मुख्य आरोपी की पहचान कर ली है, लेकिन अभी तक उसका पता नहीं लगा पाई है। 23 मार्च को NIA के सूत्रों ने कहा कि उन्होंने मुख्य संदिग्ध मुसाविर हुसैन शाज़िब की पहचान की है, जो कर्नाटक के तीर्थहल्ली जिले के शिवमोग्गा का रहने वाला है। । एजेंसी ने मुख्य आरोपी की पहचान के लिए 1,000 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की जांच की थी।
जांच एजेंसी के सूत्रों ने पहले कहा था कि विस्फोट के पीछे शिवमोग्गा ISIS मॉड्यूल हो सकता है। अधिकारियों के मुताबिक, इस मॉड्यूल के 11 लोगों को कर्नाटक के तीर्थहल्ली में कट्टरपंथी बनाया गया था, जिसके बाद उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में दक्षिण भारत में अपना नेटवर्क बढ़ाया। NIA ने हमलावर की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को 10 लाख रुपये नकद इनाम की घोषणा की थी और संदिग्ध की सीसीटीवी तस्वीरें और वीडियो भी जारी किए थे।
रामेश्वरम कैफे में बम ब्लास्ट में 10 लोग घायल
इस महीने की शुरुआत में बीते 1 मार्च को बेंगलुरु के मशहूर रामेश्वरम कैफे में बम ब्लास्ट हुआ था। इसमें कुल 10 लोग घायल हो गए थे। CCTV फुटेज के आधार पर जांच टीम को पता चला कि टोपी और नकाब पहने हुए आरोपी ने एक बैकपैक में IDE बम का इस्तेमाल कर विस्फोट किया था। इसके बाद आरोपी की जांच तेज कर दी गई थी। इस महीने की शुरुआत में कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा था कि जांच टीमें आरोपी के करीब पहुंच रही हैं"। वहीं बीते 11 मार्च को मंत्री गंगाधरैया परमेश्वर ने कहा था कि जांच चल रही है। एक संदिग्ध व्यक्ति की पहचान कर ली गई है। इस क्रम में जांच टीम को अच्छे सबूत हाथ लगे हैं।