सार
एमएन श्रीहरि, ट्रांसपोर्ट के लिए कई राज्यों की सरकारों, स्मार्ट सिटीज के एडवाइजर हैं। श्रीहरि ने अपनी रिपोर्ट उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार को सौंपी है।
Bengaluru suffers loss due to traffic delays: बेंगलुरू में ट्रैफिक जाम, कंजेशन, सिग्नल्स पर स्टॉपेज की वजह से हर साल 19725 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है। फेमस ट्रैफिस एंड मोबिलिटी स्पेशलिस्ट एमएन श्रीहरि और उनकी टीम ने बताया कि ट्रैफिक में देरी, भीड़भाड़, सिग्नलों पर स्टॉपेज, समय की हानि और फ्यूल लॉस सहित कई कारणों से हर साल हजारों करोड़ रुपये का नुकसान टेक सिटी को उठाना पड़ रहा है।
एमएन श्रीहरि, ट्रांसपोर्ट के लिए कई राज्यों की सरकारों, स्मार्ट सिटीज के एडवाइजर हैं। श्रीहरि ने अपनी रिपोर्ट उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार को सौंपी है। उनकी रिपोर्ट में ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट, रोड प्रोजेक्ट्स, फ्लाईओवर्स व अन्य चीजों की सिफारिशें शामिल की गई हैं।
IT Hub सिटी में 60 फ्लाईओवर काम कर रहे लेकिन ट्रैफिस समस्या से नुकसान
एमएन श्रीहरि व उनकी टीम की रिपोर्ट के अनुसार, आईटी हब सिटी बेंगलुरू में 60 फ्लाईओवर्स के माध्यम से आवागमन है। लेकिन इसके बावजूद भी जाम की समस्या जस की तस है। इससे आईटी हब सिटी में रहने वालों को देरी, भीड़भाड़, सिग्नल्स पर अधिक समय गंवाने के अलावा स्पीड कम अधिक करने से तमाम तरह के नुकसान से दोचार होना पड़ता है। आंकड़ों पर गौर करें तो इन तमाम वजहों से व्हिकल में खराबी, फ्यूल लॉस सहित अन्य नुकसान की वजह से हर साल 19725 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, आईटी क्षेत्र में रोजगार की वृद्धि के परिणामस्वरूप आवास, शिक्षा जैसी सभी संबंधित सुविधाओं में वृद्धि हुई है। इसके परिणामस्वरूप जनसंख्या में 14.5 मिलियन की तेजी से वृद्धि हुई और वाहन जनसंख्या 1.5 करोड़ के करीब हो गई। बेंगलुरु 2023 में 88 वर्ग किलोमीटर से बढ़कर 985 वर्ग किलोमीटर हो गया है। इसे 1,100 वर्ग किलोमीटर तक विस्तारित करने का भी प्रस्ताव है। दूसरी ओर सड़क की लंबाई में वृद्धि वाहन वृद्धि और क्षेत्र वृद्धि के अनुपात में नहीं है। सड़क की कुल लंबाई लगभग 11,000 किलोमीटर है। यह वर्तमान के डिमांड और ट्रैफिक की समस्याओं को दूर करने के लिए पर्याप्त नहीं है।
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