बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की धमाकेदार जीत के बाद पीएम मोदी शाम करीब 6.50 पर दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय पहुंचे। इस दौरान उन्होंने गमछा लहराते हुए जनता का अभिवादन स्वीकार किया।

नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की धमाकेदार जीत के बाद पीएम मोदी शाम करीब 6.50 पर दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय पहुंचे। इस दौरान उन्होंने गमछा लहराते हुए जनता का अभिवादन स्वीकार किया। पीएम ने जनता को संबोधित करते हुए कहा, ये प्रचंड जीत ये अटूट विश्वास, बिहार के लोगों ने गर्दा उड़ा दिया। बिहार के हर घर में आज मखाने की खीर बनेगी। हम एनडीए के लोग तो जनता जनार्दन के सेवक हैं। हम अपनी मेहनत से जनता का दिल खुश करते रहते हैं।

बिहार में अब लोग बिना किसी डर के डाल रहे वोट

पीएम मोदी ने आगे कहा, ये वही बिहार है, जहां पहले माओवादी आतंक हावी था। नक्सल प्रभावित इलाकों में 3 बजे तक वोटिंग खत्म हो जाती थी। लेकिन इस बार के चुनाव में बिहार में बिना किसी डर के लोगों ने उत्साह और उमंग के साथ एक उत्सव की तरह वोट दिया है। बिहार में जब जंगलराज था, तब क्या-क्या होता था ये भी आप जानते हैं। सरेआम मतदान केंद्रों पर हिंसा होती थी, मतपेटियां लूटी जाती थीं। आज वही बिहार रिकॉर्ड मतदान कर रहा है, शांतिपूर्ण मतदान कर रहा है। हर किसी का मत दर्ज हुआ। हर किसी ने अपनी पसंद से मत दिया है।

मतदाता सूची के शुद्धिकरण को गंभीरता से ले रहा बिहार का वोटर

बिहार के चुनाव ने एक और बात सिद्ध की है। अब देश का मतदाता, खासतौर पर युवा वोटर्स, मतदाता सूची के शुद्धिकरण को बहुत गंभीरता से ले रहा है। बिहार के वोटर ने भी इसे जबर्दस्त तरीके से सपोर्ट किया। मैं मानता हूं कि लोकतंत्र की पवित्रता के लिए हर मतदाता की अहमियत होती है। अब हर दल का दायित्व बनता है कि वो पोलिंग बूथ पर अपनी-अपनी पार्टियों को लगाएं और मतदाता सूची के शुद्धिकरण पर शत-प्रतिशत योगदान दें।

जमानत पर चल रहे लोगों का जनता साथ नहीं देगी

बिहार वो धरती है, जिसने भारत को लोकतंत्र की जननी होने का गौरव दिया है। आज उसी धरती ने लोकतंत्र पर हमला करने वाली ताकतों को धूल चटाई है। बिहार ने फिर दिखाया है, झूठ हारता है जन विश्वास जीतता है। बिहार ने डंके की चोट पर कह दिया है, जमानत पर चल रहे लोगों का जनता साथ नहीं देगी।

तुष्टिकरण की जगह अब संतुष्टिकरण ने ली

भारत अब सच्चे सामाजिक न्याय के लिए वोट कर रहा है, जहां हर परिवार को समानता और अवसर मिलते हैं और जहां तुष्टिकरण की कोई जगह नहीं। तुष्टिकरण की जगह अब संतुष्टिकरण ने ले ली है। भारत के लोग अब सिर्फ तेज विकास चाहते हैं। विकसित भारत बनाना चाहते हैं। नई सरकार के साथ एनडीए अब बिहार में 25 वर्षों की स्वर्णिम यात्रा की तरफ आगे बढ़ रहा है। बिहार ने ये सुनिश्चित किया है कि बिहार की महान भूमि पर फिर कभी जंगलराज की वापसी नहीं होने वाली। आज की ये जीत बिहार की उन माता, बहनों और बेटियों की है, जिन्होंने सालों तक आरजेडी के शासन में जंगलराज झेला है। ये जीत बिहार के उस नौजवान की है, जिसके भविष्य को कांग्रेस और लाल झंडे वालों के आतंक से बर्बाद किया गया।

वंशवाद की राजनीति के खिलाफ विकासवाद की राजनीति का जनादेश

बिहार विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है और ये यात्रा रुकने वाली नहीं है। साथियों, आज के परिणाम उन विकास विरोधियों को भी करारा जवाब है, जो कहते थे कि बिहार को एक्सप्रेस-वे और इंडस्ट्री नहीं चाहिए। जो कहते थे कि बिहार में ट्रेन और एयरपोर्ट की क्या जरूरत है। आज के नतीजे वंशवाद की राजनीति के खिलाफ विकासवाद की राजनीति को दिया जनादेश है।

एनडीए छठ पर्व को यूनेस्को में शामिल करने की कोशिश कर रही

हमारी सरकार छठ पर्व को यूनेस्को की धरोहर में शामिल करने का प्रयास कर रही है। आपने भी इस बार देखा है कि छठ पूजा के दौरान रेलवे स्टेशनों पर छठी मइया के गीत गूंजे, तो हर कोई इसमें सम्मिलित होता दिखा। पिछले साल देश के लोगों ने लगातार तीसरी बार एनडीए को अपना जनादेश दिया था। ये देश का विश्वास का, देशवासियों के आशीर्वाद का परिणाम था। लोकसभा चुनाव के बाद कई राज्यों में भी हमें विधानसभा चुनावों में प्रचंड बहुमत के साथ जीत मिली।

मोदी ने कांग्रेस को भी आड़े हाथों लिया

कांग्रेस देश के अनेक राज्यों में सालों से सत्ता से बाहर है। बिहार में 35 साल, गुजरात में 30 साल और पश्चिम बंगाल में करीब 5 दशक से कांग्रेस की सरकार लौटी नहीं है। 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद देश के 6 राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए और इनमें भी कांग्रेस सभी 6 चुनाव में 100 सीटों का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाई। जितनी सीटें हमें बिहार के एक चुनाव में मिलीं, कांग्रेस को 6 चुनाव में भी उतनी नहीं मिलीं।

कांग्रेस अब ‘मुस्लिम लीगी माओवादी कांग्रेस’ बन चुकी

कांग्रेस की राजनीति का आधार अब सिर्फ नेगेटिव पॉलिटिक्स हो गया है। कभी चौकीदार चोर का नारा, संसद का समय बर्बाद करना, कभी ईवीएम पर सवाल, कभी चुनाव आयोग को गाली, कभी वोट चोरी का झूठा आरोप, जाति-धर्म के आधार पर लोगों को बांटना, देश के बजाय देश के दुश्मनों के एजेंडे को आगे लाना। कांग्रेस के पास देश को आगे ले जाने के लिए कोई विजन नहीं है। आज कांग्रेस मुस्लिम लीगी माओवादी कांग्रेस यानी MMC बन गई है। कांग्रेस का पूरा एजेंडा अब इसी पर चलता है और इसीलिए कांग्रेस के भीतर भी अब एक अलग धड़ा पैदा हो रहा है, जो इस नेगेटिव पॉलिटिक्स से असहज है। मुझे तो आशंका है कि आगे कांग्रेस का एक और बड़ा विभाजन हो। कांग्रेस के जो सहयोगी दल हैं, वो भी समझने लगे हैं कि कांग्रेस अपनी नेगेटिव पॉलिटिक्स में सबको एकसाथ डुबो रही है।

नामदार खुद तो डूबे दूसरों को भी ले डूबे

इसीलिए मैंने इनकों बिहार चुनाव के समय कहा था कि कांग्रेस के नामदार बिहार चुनाव में डुबकी लगाकर खुद डूबने और दूसरों को डुबोने की प्रैक्टिस कर रहे हैं। मैंने, इसी मंच से कांग्रेस के सहयोगियों को चेताया था कि कांग्रेस एक ऐसी परजीवी है, जो अपने सहयोगियों के वोटबैंक को निगलकर अपनी वापसी करना चाहती है, इसलिए उससे सावधान रहने की जरूरत उसके सहयोगियों को भी है। आज बिहार में आरजेडी को सांप सूंघा हुआ है। मैंने बिहार चुनाव के समय कहा था, बहुत जल्द दोनों का झगड़ा अब खुलकर सामने आनेवाला है।

दुनिया अब देखेगी बिहार का नया सामर्थ्य

साथियों आज की ये जीत एक नई यात्रा की शुरुआत है। बिहार ने जो भरोसा हम पर जताया है, उसने हमारे कंधों पर जिम्मेदारी और बढ़ा दी है। मैं भरोसा दिलाता हूं कि आने वाले 5 सालों में बिहार बहुत तेज गति से आगे बढ़ेगा। बिहार के लोगों को उनके राज्य में ही नौकरी मिले, इस पर काम किया जाएगा। बिहार में निवेश आएगा, पर्यटन का विस्तार होगा। दुनिया को बिहार का नया सामर्थ्य दिखेगा। बिहार में तीर्थों का ऐतिहासिक धरोहरों का कायाकल्प होगा। मैं देश-दुनिया के निवेशकों से कहूंगा कि बिहार आपके स्वागत के लिए तैयार है। मैं देश-दुनिया में बसी बिहार की संतानों से कहूंगा कि बिहार में निवेश करने का सबसे उपयुक्त समय है।