सार
हुबली से विधायक जगदीश शेट्टार छह बार से विधायक बन रहे हैं। उन्होंने 2018 में पिछले विधानसभा चुनाव में अपने कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी महेश नलवाड़ को हराकर 21,000 से अधिक वोटों से जीत हासिल की थी।
Karnataka Assembly election 2023: कर्नाटक विधानसभा चुनाव का चल रहा है। सत्ताधारी बीजेपी ने कई सीटिंग विधायकों को टिकट नहीं देने का संकेत दे दिया है। ऐसे में बगावत का भी संकेत मिलने लगा है। विधानसभा चुनाव के ऐन पहले सीनियर लीडर व पूर्व सीएम जगदीश शेट्टार ने बगावत करने का संदेश दिया है। दरअसल, विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार, पार्टी द्वारा दूसरों के लिए रास्ता बनाने के लिए उनसे कहने और उन्हें टिकट नहीं दिए जाने का संकेत देने के बाद नाराजगी जताई है।
छह बार से विधायक बन रहे हैं जगदीश शेट्टार
हुबली से विधायक जगदीश शेट्टार छह बार से विधायक बन रहे हैं। उन्होंने 2018 में पिछले विधानसभा चुनाव में अपने कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी महेश नलवाड़ को हराकर 21,000 से अधिक वोटों से जीत हासिल की थी। टिकट नहीं दिए जाने के संकेत के बाद शेट्टार ने कहा कि पिछले छह चुनावों में मैं 21,000 से अधिक मतों के अंतर से निर्वाचित हुआ। मेरे माइनस पॉइंट क्या हैं?
अभी तक बीजेपी ने जारी नहीं की है सूची लेकिन व्यक्तिगत संकेत दिया जा रहा
कनार्ट में बीजेपी ने अपने प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं की है। पिछले तीन दिनों से राज्य के उम्मीदवारों की लिस्ट फाइनल करने के लिए नई दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति मंथन कर रही है। इसमें कर्नाटक के सीनियर लीडर्स भी शामिल हैं। हालांकि, पार्टी अपने लोगों को संकेत दे रही है। पूर्व डिप्टी सीएम केएस ईश्वरप्पा को भी टिकट नहीं मिलने का संकेत मिला है, इसके बाद उन्होंने चुनावी राजनीति से सन्यास लेने का ऐलान कर दिया।
लेकिन शेट्टार ने कहा उनकी छवि बेदाग, लड़ने दिया जाए चुनाव
शेट्टार ने अपने राजनीतिक जीवन में कोई धब्बा नहीं होने का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी नेतृत्व से कहा है कि इस बार भी उन्हें चुनाव लड़ने दिया जाए। पूर्व सीएम ने कहा कि मैं केवल एक सवाल पूछता हूं। मैं छह बार जीता, मेरे करियर में कोई धब्बा नहीं है और मुझ पर कोई आरोप नहीं है। मुझे बाहर क्यों किया जा रहा है? मैं पार्टी से कहना चाहता हूं कि मुझे चुनाव लड़ने की अनुमति दी जाए, अन्यथा यह पार्टी के लिए अच्छा नहीं होगा। हालांकि, उन्होंने निर्दलीय चुनाव मैदान में आने का ऐलान तो नहीं किया है लेकिन संकेत दे दिया है। शेट्टार ने संवाददाताओं से कहा, "मैंने भाजपा के प्रति अपनी वफादारी का वादा किया है। यहां तक कि पार्टी के हालिया सर्वेक्षण ने भी साबित कर दिया है कि मेरे पास बढ़त है। लेकिन पार्टी नेतृत्व से फोन आने के बाद मैं निराश हूं।"
पार्टी के लिए नुकसानदायक साबित होगी शेट्टार की नाराजगी
नाखुश शेट्टार हुबली और उत्तरी कर्नाटक क्षेत्र में भाजपा के लिए एक समस्या पैदा कर सकते हैं। वह इस क्षेत्र के प्रभावशाली नेताओं में शुमार हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कलसा बंडुरी पेयजल परियोजना, बेलगावी में विधानसभा भवन के निर्माण और दक्षिण पश्चिम रेलवे के मुख्यालय को हुबली-धारवाड़ क्षेत्र में लाने सहित कई सुधारों से जुड़े रहे हैं। वह शक्तिशाली लिंगायत समुदाय से आते हैं जिसका समर्थन हर पार्टी चाहती है।
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