सार

भाजपा सांसद नवनीत राणा ने फिर असदुद्दीन ओवैसी को ललकारा है। उन्होंने कहा है कि हर सड़क पर राम भक्त भूम रहे हैं। वह अपने भाई को काबू में ही रखें।

 

मुंबई। भाजपा नेता और महाराष्ट्र के अमरावती सीट से सांसद नवनीत राणा ने एक बार फिर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को ललकारा है। नवनीत राणा अमरावती सीट से भाजपा उम्मीदवार हैं। 2019 का चुनाव उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जीता था।

नवनीत राणा ने पिछले दिनों हैदराबाद में भाजपा की प्रत्याशी माधवी लता के लिए चुनाव प्रचार के दौरान ओवैसी को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि असदुद्दीन ओवैसी के छोटे अकबरउद्दीन के एक बयान का जिक्र करते हुए कहा था, "तुम्हें तो 15 मिनट चाहिए। हमें 15 सेकेंड लगेंगे। 15 सेकेंड के लिए पुलिस हटा लो पता नहीं लगेगा, दोनों भाई कहां से आए, कहां गए।"

नवनीत राणा बोली- हमारे घर बाहर सजावट में रखे हैं तोप

नवनीत के इस बयान पर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि उनका छोटा भाई तोप है। वह अपने छोटे भाई को काबू में रखे हुए हैं। छोड़ देंगे तो किसी की नहीं सुनेगा। इसपर असदुद्दीन ओवैसी को नई चुनौती देते हुए नवनीत राना ने कहा, 'राम भक्त हर सड़क पर घूम रहे हैं।' असदुद्दीन द्वारा अपने भाई को तोप कहे जाने पर नवनीत ने कहा कि ऐसे तोप हमारे घर के बाहर दिखावटी सामान की तरह रखे हुए हैं।

 

 

नवनीत राणा की चुनौती- हैदराबाद आ रही हूं, देखती हूं कौन रोकता है

नवनीत ने कहा, "बड़े ओवैसी (असदुद्दीन ओवैसी) ने कहा कि मैंने छोटे को दबाकर रखा है। हमारा छोटा तोप है। मैं आपको बताना चाहूंगी बड़े, ऐसे तोप को हम घर के बाहर सजावट के लिए रखते हैं। बड़ा कहता है छोटा हमारा खूंखार है, अरे ऐसे खूंखार हम घर में पालते हैं। ये याद रखना कि मैं भी सैनिक की बेटी हूं। मैं भी देखना चाहती हूं कि मुर्गी और मुर्गी का बच्चा कब तक खैर मनाता है। बड़ा कहता है मैंने छोटे को संभालकर रखा है, अरे समझाकर रखा है इसलिए तुम्हारे आंखों के सामने है। नहीं तो आज राम भक्त और मोदी जी के शेर हर गली में घूम रहे हैं। दबाकर रखा है इसलिए नजरों के सामने है। मैं भी देखती हूं। बहुत जल्द हैदराबाद आ रही हैं। मैं भी देखती हूं मुझे कौन रोकता है।"

इससे पहले असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था “मैंने छोटे (अकबरुद्दीन) को रोककर रखा है। आप नहीं जानते कि छोटे कौन है। वह एक कैनन है। सालार का बेटा। आप क्या चाहते हैं? क्या मैं उसे छोड़ दूं। छोड़ दिया तो किसी की नहीं सुनेगा। वह सिर्फ मेरी बात सुनता है।”