सार

पार्टी के एक नेता ने बताया कि मौजूदा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा के बाद बीजेपी के नए अध्यक्ष का चुनाव अगले साल फरवरी के अंत में किया जाएगा। 

नई दिल्ली : पार्टी के एक नेता ने बताया कि मौजूदा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा के बाद बीजेपी के नए अध्यक्ष का चुनाव अगले साल फरवरी के अंत में किया जाएगा। बीजेपी के नियमों के अनुसार, नए अध्यक्ष का चुनाव आधे राज्यों में चुनाव होने के बाद ही किया जा सकता है। 

ऐसे में, 60% बीजेपी राज्य इकाइयों के अध्यक्षों का कार्यकाल पहले ही पूरा हो चुका है, और जनवरी के मध्य में नए अध्यक्षों की नियुक्ति की जाएगी। इसके बाद पार्टी अध्यक्ष का चुनाव होगा। क्या मौजूदा केंद्रीय मंत्री को ही अध्यक्ष बनाया जाएगा, इस सवाल पर उन्होंने कहा, ‘अभी कुछ भी तय नहीं है’। मौजूदा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा 2020 से इस पद पर हैं।

कौन है रेस में?: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, और बीजेपी के महामंत्री सुनील बंसल बीजेपी अध्यक्ष पद की दौड़ में प्रमुख दावेदार हैं।

एक साथ चुनाव का विधेयक पेश: मोदी सरकार के महत्वाकांक्षी ‘एक देश, एक चुनाव’ के तहत लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने के लिए दो संवैधानिक संशोधन विधेयक मंगलवार को लोकसभा में पेश किए गए। इस पर शुरू हुई बहस अधूरी रही और सरकार ने इसे तुरंत पारित कराने की बजाय संयुक्त संसदीय समिति (JPC) को भेजने का इरादा जताया है। बुधवार को इस पर फैसला होने की संभावना है, जिसके बाद JPC का गठन होगा। JPC में 31 सांसद (21 लोकसभा, 10 राज्यसभा) होंगे और इसके अध्यक्ष बीजेपी के सांसद होने की संभावना है। समिति को 90 दिनों में अपनी रिपोर्ट देनी होगी।

केंद्र सरकार का कहना है कि इससे अनावश्यक चुनावी खर्च कम होगा और चुनाव आचार संहिता के कारण विकास कार्यों में रुकावट नहीं आएगी। सरकार ने यह भी कहा कि इससे संविधान को कोई नुकसान नहीं होगा। हालांकि, विपक्षी दलों ने विधेयक का विरोध करते हुए इसे संविधान विरोधी और संघीय ढांचे के खिलाफ बताया है। उन्होंने मसौदे को JPC के पास भेजने की मांग की है।