सार

यूपी में हिंसक प्रदर्शन में अब तक 9 लोग मारे जा चुके हैं। प्रदेश की योगी सरकार ने हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए एहतियातन आज शनिवार को सभी स्कूल और कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया है। वहीं, गुरुवार और शुक्रवार को हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद से स्थितियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। 

लखनऊ. नागरिकता संशोधन कानून को लेकर गुरुवार और शुक्रवार को हुए हिंसात्मक घटनाओं के बाद आज यानी शुक्रवार को प्रदेश में एक बार फिर अशांति  फैल गई है। जिसमें नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी, बरेली, रामपुर में हिंसात्मक प्रदर्शन हुआ। इसके अलावा कानपुर में प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया। जहां पुलिस पर पत्थर फेंके गए। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आंसू गगैस के गोले दागे।  

रामपुर में एक की मौत

उत्तर प्रदेश के रामपुर में पत्थरबाजों ने पुलिस पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लाठीचार्ज कर दिया। इस दौरान गाड़ियों में आग लगाए जाने की खबर सामने आई है। वहीं, पुलिस प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। इस दौरान एक युवक की मौत की खबर सामने आई है। सुरक्षा के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।

कानपुर फिर सुलगा

नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में कानपुर फिर एक बार हिंसा की चपेट में आ गया है। जिसमें प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। वहीं, बरेली और वाराणसी में भी हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं। 

हुई 15 मौतें, 250 से अधिक पुलिस वाले घायल 

आईजी लॉ-ऑर्डर प्रवीण कुमार ने मीडियो को जानकारी देते हुए बताया कि 10 दिनों के भीतर विरोध के दौरान हिरासत में लिए गए 4500 लोगों को रिहा किया गया है। इसके साथ ही 705 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, हिंसात्मक प्रदर्शन के दौरान 15 लोगों की मौत हो गई है। इस दौरान 263 पुलिसकर्मी फायरिंग के दौरान जख्मी हुए हैं। 

 

एक्शन मोड में पुलिस

यूपी पुलिस अब एक्शन मोड में आ गई है। जिसके बाद से ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है। जिसका नतीजा है कि हिंसा फैलाने वालों को पुलिस चिन्हित कर रही है। गुरुवार को लखनऊ और शुक्रवार को प्रदेश के 20 जिलों में हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर आज भी कई जिलों में इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाई है। जबकि स्कूल और कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी गई है।

हिंसा फैलाने वालों को नहीं छोड़ेंगे

उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में आज हालात समान्य है। सुरक्षा व्यवस्था कायम रखने के लिए फोर्स की तैनाती की गई है। सेक्टर के अंतर्गत स्थितियों पर नजर रखी जा रही है। जिसमें मजिस्ट्रेट लगातार निरीक्षण कर रहे हैं। इसके साथ ही डीजीपी ने कहा कि प्रदेश में अब तक 9 लोगों की मौत हुई है। मौतों की संख्या बढ़ भी सकती है रिपोर्ट मंगाई गई है। जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जा जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि पुलिस टीम घटनाओं की जांच कर रही है। इसमें किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और किसी निर्दोष के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।  

सभी स्कूल-कॉलेज बंद 

न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि यूपी में शनिवार को सभी निजी और सरकारी शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे। इससे पहले गुरुवार और शुक्रवार को भी राज्य के सभी स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए थे। वहीं, पुलिस महानिदेशक ने पुलिस की गोली से किसी की भी मृत्‍यु होने से इनकार किया। उन्‍होंने बताया कि हिंसा में 50 से ज्‍यादा पुलिसकर्मी भी गम्‍भीर रूप से घायल हुए हैं।    

इन जिलों में हुई कार्रवाई

जिले हुए गिरफ्तार केस हुआ दर्ज  
लखनऊ218 से ज्यादा1000 से अधिक
प्रयागराज150 से ज्यादा1000 से अधिक 
गाजियाबाद 65 से अधिक3600 से ज्यादा
बहराइच38 से ज्यादा2000 से ज्यादा
हापुड़9 से अधिक200 से ज्यादा
सीतापुर10 से ज्यादा400 से ज्यादा

667 लोग पुलिस हिरासत में 

 पुलिस के मुताबिक फिरोजाबाद, मुजफ्फरनगर, बुलन्दशहर, बहराइच, भदोही, गाजियाबाद और गोरखपुर समेत 20 जिलों में उग्र प्रदर्शनकारियों ने जुमे की नमाज के बाद सड़क पर आकर पथराव और आगजनी की घटनाओं को अंजाम दिया। हिंसा एवं आगजनी की घटनाओं में लगभग दो दर्जन वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। प्रभावित जिलों से क्षति का आंकलन करते हुए रिपोर्ट मांगी गयी है। हालांकि गुरुवार को हुई हिंसा की चपेट में आये लखनऊ और पिछले करीब एक सप्‍ताह से विरोध प्रदर्शन के दौर से गुजर रहे अलीगढ़ में शुक्रवार को हालात शांतिपूर्ण रहे।       

यहां हुई मौतें 

जिलेमौत की संख्या
मेरठ       04
संभल       01
फिरोजाबाद       02
कानपुर       02
बिजनौर        02

सीएम योगी ने जताई थी नाराजगी   

गुरूवार को राजधानी लखनऊ और संभल में हुए प्रर्दशन के दौरान सामने आई आगजनी और हिंसा की घटना पर खुद सीएम योगी ने खासा नाराजगी जताई थी। और नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के नाम पर हिंसा फैलाने वालो की संपत्ति जब्त कर उनके खिलाफ कडी कार्रवाई किये जाने की बात कही थी। जिसके बाद सीएम ने गुरूवार की देर रात ही पुलिस प्रशासन के आला-अधिकारियो को तलब कर वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये सूबे के सभी डीएम-एसपी के साथ बैठक की थी और सूबे के मौजूदा हालातों की समीक्षा की। साथ ही हिंसक प्रर्दशन करने वालो के खिलाफ तत्काल कड़ी कार्रवाई कर ऐसे प्रर्दशनो को रोकने का सख्त निर्देश दिया था। लेकिन इसके बावजूद हुए हिंसक प्रर्दशन के बाद अब जल्द ही कई अधिकारियो के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।