सार
भारत के पांचवी पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर प्रोजेक्ट के लिए CCS ने मंजूरी दे दी है। इसे तैयार करने में 15 हजार करोड़ रुपए से अधिक की लागत आएगी।
नई दिल्ली। पांचवी पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर प्रोजेक्ट को केंद्र सरकार की CCS (cabinet committee on security) से मंजूरी मिल गई है। इससे भारत में स्टील्थ फाइटर जेट बनाने के लिए चल रहे प्रोजेक्ट को तेजी मिलेगी। इसे AMCA (Advanced Medium Combat Aircraft) नाम दिया गया है। यह विमान आसानी से सुपरसोनिक क्रूज रफ्तार तक पहुंच जाएगा। इस प्रोजेक्ट पर 15 हजार करोड़ रुपए से अधिक खर्च होंगे।
AMCA दो इंजन वाला विमान होगा। CCS ने इस विमान के लिए इंजन के विकास को मंजूरी दी है। इसके साथ ही विमान के पांच प्रोटोटाइप तैयार करने को भी मंजूरी दी गई है। इस विमान पर DRDO की ADA (Aeronautical Development Agency) काम कर रही है।
CCS ने 34 और ध्रुव हेलिकॉप्टर के Mark-III वर्जन खरीदने को मंजूरी दी है। यह दो इंजन वाला अत्याधुनिक हेलिकॉप्टर है। 25 हेलिकॉप्टर सेना और 9 हेलिकॉप्टर कोस्ट गार्ड के लिए खरीदे जाएंगे। इस हेलिकॉप्टर को सरकारी कंपनी HAL (Hindustan Aeronautics Limited) बनाती है। 34 हेलिकॉप्टर खरीदने पर 8 हजार करोड़ रुपए से अधिक खर्च होंगे। ध्रुव 5.5 टन कैटेगरी का हेलिकॉप्टर है। भारतीय सेनाओं के पास पहले से ऐसे करीब 300 हेलिकॉप्टर हैं।
5वीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर प्रोजेक्ट के टाइमलाइन के अनुसार AMCA का पहला प्रोटोटाइप चार साल में सामने आएगा। इसके अगले साल AMCA पहली उड़ान भरेगा। HAL द्वारा AMCA का उत्पादन शुरू करने में 9-10 साल लगेंगे। भारतीय वायु सेना को ये विमान 2035 के बाद मिल पाएंगे।
कितना खास होगा भारत का स्टील्थ फाइटर जेट
AMCA 25 टन कैटेगरी का भारत का पहला स्टील्थ फाइटर जेट होगा। इसमें एडवांस स्टील्थ फीचर्स होंगी। इसका एयर इनटेक सर्पेन्टाइन है। हथियार विमान के अंदर रखे जाएंगे। यह आफ्टरबर्नर का इस्तेमाल किए बिना सुपरसोनिक क्रूज स्पीड तक आसानी से पहुंच जाएगा। इसमें एईएसए रडार लगाया जाएगा।
भारतीय वायु सेना की योजना AMCA के सात स्क्वाड्रन (126 विमान) रखने की है। पहले दो स्क्वाड्रन के विमान में GE-F414 इंजन लगाए जाएंगे। यह इंजन 98 किलोन्यूटन थ्रस्ट पैदा करता है। अगले पांच स्क्वाड्रन AMCA Mark-2 विमानों के होंगे। इनमें 110 किलोन्यूटन के इंजन लगाए जाएंगे। इसके लिए अमेरिका के जनरल इलेक्ट्रिक्स, फ्रांस के साफरान और ब्रिटेन के रोल्स रॉयस से बात हो रही है।
AMCA के लिए तैयार की जा रही कुछ टेक्नोलॉजी को पहले सिंगल इंजन वाले विमान तेजस मार्क-2 में लगाया जाएगा। इसमें सेंसर-फ्यूजन, साइडस्टिक कंट्रोल, कैनार्ड और आर्टिफिशियल पायलट टेक्नोलॉजी शामिल हैं।
इन देशों के पास हैं 5वीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर जेट
वर्तमान में 5वीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर जेट चंद देशों के पास हैं। अमेरिका के पास F/A-22 रैप्टर और F-35 दो तरह के स्टील्थ फाइटर जेट्स हैं। रूस ने सुखोई-57 नाम का स्टील्थ फाइटर जेट बनाया है। चीन का दावा है कि उसने चेंगदू जे-20 नाम का स्टील्थ फाइटर जेट तैयार किया है। तुर्की के 5वीं पीढ़ी के कान नामक लड़ाकू विमान ने भी पिछले महीने अपनी पहली उड़ान भरी थी।
तेजस भारत का पहला स्वदेशी फाइटर जेट है। इसके अगले वर्जन तेजस मार्क-1 को बनाया जा रहा है। तेजस मार्क-1ए और मार्क-2 विमानों पर काम चल रहा है। AMCA भारत का पहला स्वदेशी स्टील्थ लड़ाकू विमान होगा। ये सभी विमान भारतीय वायु सेना के लिए काफी मायने रखते हैं। इंडियन एयर फोर्स वर्तमान में विमानों की कमी से जूझ रही है। चीन-पाकिस्तान से मिल रही चुनौती से निपटने के लिए वायु सेना को लड़ाकू विमानों के 42 स्क्वाड्रन की जरूरत है।
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वायुसेना के पास वर्तमान में 31 फाइटर स्क्वाड्रन हैं। भारतीय वायुसेना के पास इस वक्त सिर्फ 40 तेजस मार्क-1 विमान हैं। इनमें F404 इंजन लगाया गया है। 46,898 करोड़ रुपए की लागत से जल्द ही वायुसेना को 83 तेजस मार्क-1ए विमान मिलने वाला है। इसके बाद 67 हजार करोड़ रुपए की लागत से 97 और तेजस विमान वायु सेना को मिलेंगे।