सार
CBI ने गुरुवार को दिल्ली और कोलकाता के छह लोकेशन्स पर रेड किया था। भर्ती घोटाले से लिंक दो साफ्टवेयर कंपनियों से जुड़े इन जगहों पर क्या मिला है, अभी सीबीआई ने खुलासा नहीं किया है। रेड, एनडी इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड और एनवाईएसए कम्युनिकेशंस प्राइवेट लिमिटेड के ऑफिस पर किया गया है।
Teacher recruitment scam: पश्चिम बंगाल के चर्चित शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच कर रही सीबीआई ने एक और गिरफ्तारी की है। सीबीआई ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष कल्याणमय गांगुली को अरेस्ट किया है। आज उनको पूछताछ के लिए केंद्रीय जांच एजेंसी ने अपने ऑफिस बुलाया था। कई घंटों की पूछताछ के बाद गांगुली को अरेस्ट कर लिया गया है। गांगुली को कुछ दिनों पहले ही पद से हटाया गया है।
सीबीआई ने भर्ती घोटाले से लिंक दो कंपनियों पर भी कसा शिकंजा
CBI ने गुरुवार को दिल्ली और कोलकाता के छह लोकेशन्स पर रेड किया था। भर्ती घोटाले से लिंक दो साफ्टवेयर कंपनियों से जुड़े इन जगहों पर क्या मिला है, अभी सीबीआई ने खुलासा नहीं किया है। रेड, एनडी इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड और एनवाईएसए कम्युनिकेशंस प्राइवेट लिमिटेड के ऑफिस पर किया गया है। इसके अलावा एनडी इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के मालिक नीलाद्रि दास व एनवाईएसए कम्युनिकेशंस प्राइवेट लिमिटेड पुनीत कुमार के घर व उनसे जुड़ कुछ ठिकानों की भी तलाशी ली गई।
भर्ती घोटाले में पूर्व शिक्षा मंत्री व बेटी पर भी हो चुका है केस
शिक्षक भर्ती घोटाले में राज्य के पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री परेश चंद्र अधिकारी व उनकी बेटी अंकिता अधिकारी के खिलाफ बीते 18 मई को एफआईआर दर्ज कराया गया था। दरअसल, कलकत्ता हाईकोर्ट ने राज्य के सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल में शिक्षक के रूप में मंत्री परेश चंद्र अधिकारी की बेटी अंकिता की कथित अवैध नियुक्ति के मामले में सीबीआई जांच का आदेश दिया था। इसके बाद तत्कालीन मंत्री व उनकी बेटी पर एफआईआर हुआ था। परेश चंद्र अधिकारी, उनकी बेटी अंकिता पर आईपीसी की धारा 420, 120 बी सहित भ्रष्टाचार की धाराओं में केस दर्ज किया गया था।
पार्थ चटर्जी व अर्पिता मुखर्जी के घर मिले करोड़ों
भर्ती घोटाला उस समय सुर्खियों में आया जब ईडी की एंट्री हुई। ईडी ने ममता सरकार के सीनियर मिनिस्टर पार्थ चटर्जी व उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के कई अड्डों पर रेड किया तो सब हैरान रह गए। यहां से पचास करोड़ रुपये से अधिक के कैश व जेवरात मिले थे। इसके अलावा अर्पिता के बैंक खातों से ईडी ने 5.32 करोड़ रुपये जब्त किए थे। अर्पिता मुखर्जी व पार्थ चटर्जी से ईडी की पूछताछ लगातार जारी है। दोनों की न्यायिक हिरासत 14 सितंबर को 14 दिन के लिए बढ़ा दी गई थी।
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