सार
कोलकाता में महिला ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले में CBI ने TMC के एक युवा नेता से पूछताछ की है। अधिकारियों ने बताया कि घटना वाले दिन नेता ने एक महिला मित्र के साथ होटल में चेक इन किया था।
कोलकाता। आरजी कर मेडिकल अस्पताल में महिला ट्रेनी डॉक्टर से हुए रेप और हत्या के मामले में सीबीआई ने गुरुवार को TMC ये यूथ लीडर आशीष पांडे से पूछताछ की। बता दें कि आशीष आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में हाउस स्टाफ भी है। सीबीआई ने सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित अपने ऑफिस में पांडे से कई घंटों तक पूछताछ की।
किसी महिला मित्र के साथ होटल में रुका था TMC नेता
सीबीआई के एक अधिकारी के मुताबिक, जिस दिन महिला ट्रेनी डॉक्टर का शव मिला था, उस दिन आशीष पांडे ने एक महिला मित्र के साथ साल्ट लेक के एक होटल में चेक इन किया था। इस दौरान पांडेय का फोन नंबर कई लोगों की कॉल लिस्ट में पाया गया था। हम उस दिन उनकी गतिविधियों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। इतना ही नहीं, सीबीआई ने पांडे की बुकिंग और पेमेंट डिटेल्स के लिए होटल के अधिकारियों को भी तलब किया।
9 अगस्त को ही मिला था ट्रेनी डॉक्टर का शव
सीबीआई ऑफिसर के मुताबिक, एक ऐप के जरिए होटल का रूम बुक किया गया था। आशीष ने 9 अगस्त की दोपहर को चेक-इन किया और अगली सुबह चले गए। हम ये जाानने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर उनके वहां रुकने का मकसद क्या था। बता दें कि 9 अगस्त को ही आरजी कर मेडिकल हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर का शव मिला था, जिससे बाद देश भर में आक्रोश फैल गया था।
20 सितंबर को खत्म होगा 41 दिनों से चला आ रहा धरना
बता दें कि कोलकाता में साल्ट लेक स्थित स्वास्थ्य भवन के बाहर 10 सितंबर से चल रहा जूनियर डॉक्टरों का धरना-प्रदर्शन 20 सितंबर को खत्म हो जाएगा। इसके साथ ही सभी डॉक्टर काम पर लौट आएंगे। बता दें कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 9 अगस्त को ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर के बाद डॉक्टर्स पिछले 41 दिनों से हड़ताल पर हैं। धरना खत्म करने से पहले जूनियर डॉक्टर्स स्वास्थ्य भवन से CGO कॉम्प्लेक्स स्थित CBI ऑफिस तक मार्च करेंगे।
इमरजेंसी सेवाओं को ध्यान में रखते हुए काम पर लौटेंगे
हालांकि, जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि उनकी हड़ताल अभी पूरी तरह खत्म नहीं होगी। वे आंशिक तौर पर इसे जारी रखेंगे, लेकिन सभी तरह की इमरजेंसी सेवाओं को ध्यान में रखते हुए काम पर लौट रहे हैं। सभी जूनियर डॉक्टर्स बाढ़ प्रभावित इलाकों में मेडिकल कैंप भी लगाएंगे। हालांकि, वे ओपीडी में नहीं जाएंगे।
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