सार
सीबीआई ने एनएसई की पूर्व सीईओ और एमडी चित्रा रामकृष्ण से पूछताछ की है। इसके साथ ही एजेंसी ने रामकृष्ण, एनएसई के पूर्व सीईओ रवि नारायण और चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर आनंद सुब्रमण्यम के खिलाफ लूक आउट सर्कुलर जारी किया है।
मुंबई। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की पूर्व सीईओ और एमडी चित्रा रामकृष्ण (Chitra Ramakrishna) की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। सेबी (Securities and Exchange Board of India) ने आरोप लगाया है कि वह एक गुमनाम योगी की कठपुतली की तरह काम कर रहीं थीं और उसके इशारे पर एनएसई को चला रहीं थी। अब रामकृष्ण पर सीबीआई (Central Bureau of Investigation) का शिकंजा भी कस गया है। उन्हें देश से बाहर जाने से रोकने के लिए लूक आउट सर्कुलर जारी किया गया है।
सीबीआई ने शुक्रवार को रामकृष्ण से उनके घर पर पूछताछ की। इसके साथ ही एजेंसी ने रामकृष्ण, एनएसई के पूर्व सीईओ रवि नारायण और चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर आनंद सुब्रमण्यम के खिलाफ लूक आउट सर्कुलर जारी कर दिया है ताकि वे देश छोड़कर नहीं जा सकें। गुरुवार को इनकम टैक्स विभाग की जांच टीम ने मुंबई स्थित रामकृष्ण के घर और चेन्नई स्थित सुब्रमण्यम के घर की तलाशी ली थी।
इससे पहले चित्रा एनएसई में मुख्य रणनीतिक अधिकारी का पद सृजित करने और 1.38 करोड़ रुपए के वार्षिक वेतन पर सुब्रमण्यम को अपने दम पर नियुक्त करने के लिए विवादों में थीं। सुब्रमण्यम का वेतन बाद में बढ़कर 4 करोड़ रुपए हो गया था, जो एनएसई के अधिकांश वरिष्ठों की तुलना में अधिक था। चित्रा ने कथित तौर पर अपने आध्यात्मिक गुरु एक बाहरी व्यक्ति को एनएसई की आंतरिक जानकारी भी दी थी।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने सभी आरोपों की जांच की थी और संकेत दिया था कि आध्यात्मिक गुरु और आनंद एक ही व्यक्ति है। एनएसई में एमडी के सलाहकार के रूप में शामिल होने से पहले आनंद बामर और लॉरी के एक मध्यम स्तर के कर्मचारी थे। उन्हें शेयर बाजार में कोई अनुभव नहीं था। फरवरी में सेबी ने चित्रा पर तीन करोड़ और आनंद पर दो करोड़ रुपए का जुर्माना लगाने का आदेश दिया था।
गुरु को चित्रा ने दी थी गोपनीय जानकारी
एनएसई में अपने विवादास्पद कार्यकाल के दौरान चित्रा ने कथित तौर पर आध्यात्मिक गुरु के साथ एनएसई की गोपनीय जानकारी साझा की थी। चित्रा ने स्टॉक एक्सचेंज के कामकाज के विभिन्न पहलुओं पर अपने फैसलों को उनसे प्रभावित होने दिया था। उसने एनएसई को बताया था कि आध्यात्मिक गुरु एक 'सिद्ध पुरुष' या 'परमहंस' हैं। उनके पास भौतिक व्यक्तित्व नहीं है वह अपनी इच्छा से प्रकट होते हैं। चित्रा ने यह भी बताया था कि आध्यात्मिक गुरु मुख्यरूप से हिमालय पर्वतमाला में निवास करते हैं। पिछले 20 साल से वह उनका मार्गदर्शन ले रही थी।
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