सार

538 करोड़ रुपए के बैंक फ्रॉड मामले में सीबीआई ने मुंबई में जेट एयरवेज के सात ठिकानों पर छापेमारी की। जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल, अनीता गोयल और कंपनी के पूर्व निदेशक गौरांग आनंद शेट्टी के घरों की तलाशी ली गई।

मुंबई। सीबीआई (Central Bureau of Investigation) ने शुक्रवार को मुंबई में जेट एयरवेज के सात ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई 538 करोड़ रुपए के बैंक फ्रॉड मामले में हुई है। सीबीआई के अधिकारियों ने जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल, अनीता गोयल और कंपनी के पूर्व निदेशक गौरांग आनंद शेट्टी के घरों की भी तलाशी ली।

केनरा बैंक द्वारा दी गई शिकायत के बाद सीबीआई ने केस दर्ज किया था। बैंक ने आरोप लगाया था कि जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल, अनीता गोयल और कंपनी के पूर्व निदेशक गौरांग आनंद शेट्टी ने नियमों का उल्लंघन किया और पैसे की हेराफेरी की।

अप्रैल 2019 में जेट एयरवेज की उड़ानें हो गईं थी बंद

जेट एयरवेज ने दिवाला होन की घोषणा की थी। इसके बाद मामला नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) में गया। जालान कालरॉक कंसोर्टियम ने जेट एयरवेज के लिए बोली जीती है। इसके बाद जेट एयरवेज के पुनरुद्धार की प्रक्रिया चल रही है। एक वक्त था जब जेट एयरवेज भारत की सबसे बड़ी निजी एयरलाइंस थी। बहुत अधिक कर्ज और पैसे की कमी के चलते अप्रैल 2019 में जेट एयरवेज की उड़ाने बंद हो गईं थी।

सीबीआई ने जेट एयरवेज पर लगाया है पैसे की हेराफेरी का आरोप
सीबीआई ने आरोप लगाया है कि जेट एयरवेज और इसके संस्थापकों ने धन की हेराफेरी की है। सीबीआई ने कहा है कि जेट एयरवेज ने 1 अप्रैल 2011 से 30 जून 2019 तक कंसल्टेंसी पर 1,152 करोड़ रुपए खर्च किए। एजेंसी ने जेट एयरवेज के मैनेजमेंट के साथ करीबी संबंध रखने वाली संस्थाओं से जुड़े लगभग 197 करोड़ रुपए के संदिग्ध लेनदेन का भी खुलासा किया है।