सार
सीबीआई ने बालासोर में सोरो सेक्शन सिग्नल जूनियर इंजीनियर के घर को सील कर दिया है। जूनियर इंजीनियर परिवार के साथ लापता हैं। सीबीआई ने पहले जूनियर इंजीनियर से पूछताछ की थी।
बालासोर। ओडिशा ट्रेन हादसे (Odisha train accident) की जांच कर रही सीबीआई ने बालासोर में सोरो सेक्शन सिग्नल जूनियर इंजीनियर के घर को सील कर दिया। बालासोर में किराए के मकान में रहने वाले इंजीनियर से जांच एजेंसी ने पूछताछ की थी। वह अब अपने परिवार के साथ लापता हो गए हैं।
ट्रेन संचालन की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सिग्नल जूनियर इंजीनियर महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे सिग्नल, ट्रैक सर्किट, पॉइंट मशीन और इंटरलॉकिंग सिस्टम सहित सिग्नलिंग उपकरण लगाने और उनका रखरखाव व मरम्मत के काम करते हैं। सिग्नल जूनियर इंजीनियर की भूमिका भारतीय रेलवे के भीतर विशेष मंडल या क्षेत्र के आधार पर अलग-अलग हो सकती है।
बालासोर ट्रेन हादसे में हुई थी 292 यात्रियों की मौत
गौरतलब है कि ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में मरने वालों की संख्या बीते रविवार को 292 तक पहुंच गई। एक 24 साल के घायल यात्री की मौत से मृतकों के आंकड़े में वृद्धि हुई। ट्रेन हादसे में 287 लोगों की मौत मौके पर हो गई थी। पांच घायलों की मौत अस्पताल में हुई थी। इस हादसे में 1208 लोग घायल हुए थे।
6 जून को सीबीआई ने लिया था जांच का जिम्मा
ओडिशा ट्रेन हादसा दो जून को शाम करीब सात बजे हुआ था। सीबीआई ने इस मामले में जांच का जिम्मा 6 जून को अपने हाथ में लिया था। जांच एजेंसी ने इस मामले में FIR दर्ज किया है। हादसे के बाद इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम में जानबूझकर गड़बड़ी करने की जानकारी मिलने के बाद मामले की जांच में सीबीआई को शामिल किया गया।
सीबीआई की जांच शुरू होने के बाद बहनागा बाजार स्टेशन किया गया सील
ट्रेन हादसा बहनागा बाजार स्टेशन के पास हुआ था। सीबीआई की जांच शुरू होने के बाद इस स्टेशन को सील कर दिया गया है। सीबीआई ने लॉग बुक, रिले पैनल, और अन्य उपकरण जब्त करने के बाद स्टेशन को सील कर दिया। रिले इंटरलॉकिंग पैनल को भी सील कर दिया गया था। सिग्नलिंग सिस्टम तक कर्मचारी की पहुंच को रोक दिया गया है। इस स्टेशन पर वर्तमान में किसी पैसेंजर ट्रेन या मालगाड़ी का ठहराव नहीं हो रहा है।
राडार पर हैं रेलवे के 5 कर्मचारी
बालासोर ट्रेन हादसे में बहनागा बाजार के स्टेशन मास्टर समेत पांच रेलवे कर्मचारियों की संलिप्तता की जांच की जा रही है। चार अन्य कर्मचारी सिग्नलिंग से संबंधित काम के लिए जिम्मेदार थे और दुर्घटना के समय ड्यूटी पर थे।
कैसे हुआ था ट्रेन हादसा?
दो जून की शाम करीब सात बजे बहनागा बाजार स्टेशन के पास शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस पहले से खड़ी एक मालगाड़ी से टकरा गई थी। उसके अधिकांश डिब्बे पटरी से उतर गए थे। उसी वक्त बेंगलुरू-हावड़ा एक्सप्रेस मौके से गुजर रही थी। कोरोमंडल एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे बेंगलुरू-हावड़ा एक्सप्रेस के डिब्बों से टकरा गए थे।