सार
राजीव चंद्रशेखर, हाल ही में मोदी सरकार द्वारा आईटी हार्डवेयर के लिए घोषित PLI 2.0 स्कीम के विषय पर बेंगलुरू में आयोजित डिजिटल इंडिया संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
Digital India Samvad: केंद्रीय इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी और कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने गुरुवार को कहा कि भारत आने वाले दिनों में आईटी हार्डवेयर मैन्युफैक्चरिंग और इनोवेशन इकोसिस्टम का महत्वपूर्ण प्लेयर बनेगा। भारत में सर्वर और आईटी हार्डवेयर मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम बनाने की दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में सरकार स्टार्टअप्स, इंडस्ट्री और अकादमिक क्षेत्र के लोगों के साथ काम कर रही है।
चंद्रशेखर, हाल ही में मोदी सरकार द्वारा आईटी हार्डवेयर के लिए घोषित पीएलआई 2.0 स्कीम के विषय पर बेंगलुरू में आयोजित डिजिटल इंडिया संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। संवाद में उद्योग जगत के स्टेकहोल्डर्स, टेक्नोलॉजी स्पेशलिस्ट्स और स्टार्टअप्स ने हिस्सा लिया।
एक लाख करोड़ डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य
राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि भारत को आईटी हार्डवेयर मैन्युफैक्चरिंग और इनोवेशन इकोसिस्टम का महत्वपूर्ण प्लेयर बनाना पीएम नरेंद्र मोदी का विजन है। देश में 2026 तक 300 अरब अमेरिकी डॉलर मूल्य की इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग और एक लाख करोड़ डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था बनाने की हमारी महत्वाकांक्षाएं स्पष्ट हैं। उन्होंने कहा कि भारत में आईटी हार्डवेयर मैन्युफैक्चरिंग और इनोवेशन इकोसिस्टम को प्रोत्साहन देने की दिशा में सरकार एक एनेबलर यानी प्रवर्तक का काम करेगी। आईटी हार्डवेयर इकोसिस्टम के तहत डेटा सेंटर, सर्वर आदि भी शामिल हैं। राज्यमंत्री ने बताया कि आईटी हार्डवेयर के लिए इस पीएलआई स्कीम को उद्योग जगत से भी सुझाव लेकर सावधानीपूर्वक डिजाइन किया गया है।
उन्होंने बताया कि अर्थव्यवस्था के डिजिटलीकरण के चलते भारत इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम में एक तेजी से उभरता उपभोक्ता बाजार बन गया है। देश में सार्वजनिक सेवाओं के डिजिटलीकरण की रफ्तार अभूतपूर्व है। मंत्री ने कहा कि भारत में अपना आधार स्थापित करने वाली बड़ी विदेशी कंपनियों का हम स्वागत करते हैं। वहीं, हम उद्योग को प्रोत्साहन का लाभ लेने और भारत में इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम का विस्तार करने में भी सक्षम बना रहे हैं।
पीएलआई 2.0 का यह है उद्देश्य
भारत सरकार ने इसी साल मई महीने में 17,000 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ आईटी हार्डवेयर के लिए पीएलआई 2.0 स्कीम को मंजूरी दी जो 2021 के बजट के दोगुना से भी अधिक है। इस स्कीम का उद्देश्य घरेलू विनिर्माण को प्रोत्साहित करना, निवेश आकर्षित करना और आईटी हार्डवेयर घटकों और सब-असेंबली के लोकलाइजेशन को बढ़ावा देना है। इसमें लैपटॉप, टैबलेट, ऑल-इन-वन पीसी, सर्वर और अल्ट्रा-स्मॉल फॉर्म फैक्टर डिवाइसेस शामिल हैं।
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