सार

संसद के विशेष सत्र (Parliament Special Session) से पहले केंद्र सरकार ने सोमवार को ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई है। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने इसकी घोषणा की है।

 

Parliament Special Session. संसद के विशेष सत्र (Parliament Special Session) से पहले केंद्र सरकार ने सोमवार को ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई है। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने इसकी घोषणा की है।

पुराने संसद भवन से होगी शुरूआत

संसद के आगामी विशेष सत्र की तैयारी के लिए सरकार ने सोमवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। यह मीटिंग विशेष सत्र से पहले होती है। इस महीने की शुरुआत में केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने संसद के विशेष सत्र का ऐलान किया था। सर्वदलीय बैठक का प्राथमिक फोकस विशेष सत्र के एजेंडे के इर्द-गिर्द रहने की उम्मीद है। सूत्रों से पता चला है कि 19 सितंबर को नवनिर्मित संसद भवन में स्थानांतरित होने से पहले स्पेशल सेशन की शुरूआत पुराने संसद भवन से की जाएगी।

18 से 22 सितंबर के बीच संसद का विशेष सत्र

केंद्र सरकार ने 18 से 22 सितंबर के बीच संसद का विशेष सत्र बुलाया है। इसकी जानकारी देते हुए केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यह जानकारी दी थी कि 17वीं लोकसभा का 13वां सत्र और राज्यसभा का 261वां सत्र 18 से 22 सितंबर को बुलाया गया है। हालांकि यह सत्र क्यों बुलाया जा रहा है, इसका कोई एजेंडा अभी तक सामने नहीं आया है। यही वजह है कि कई तरह की बातें चर्चा में हैं।

कई मुद्दों पर चर्चा होने की बात

माना जा रहा है कि संसद के विशेष सत्र के दौरान केंद्र सरकार कुछ बिल पास करा सकती है, जिसमें देश का नाम बदलने की भी अटकलें लगाई जा रही हैं। इससे पहले कांग्रेस की पूर्व प्रेसीडेंट सोनिया गांधी ने पीएम मोदी के लेटर लिखकर कुल 9 मुद्दों पर चर्चा की मांग की थी। हालांकि केंद्रीय मंत्री ने उनके पत्र का जवाब दिया था। केंद्र सरकार ने कहा था कि वे आजादी के अमृत महोत्सव से जुड़े कार्यों की समीक्षा के लिए यह विशेष सत्र बुला रहे हैं। 

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