सार
चंद्रबाबू नायडू के शपथ ग्रहण समारोह में गृह मंत्री अमित शाह और तेलंगाना की पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन के बीच मंच पर बातचीत हुई। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
विजयवाड़ा। टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और कई अन्य केंद्रीय मंत्री शामिल हुए। इस दौरान अमित शाह ने तेलंगाना की पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन से मंच पर बात की।
अमित शाह और तमिलिसाई सुंदरराजन की बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। वीडियो देखकर अलटकलें लगाई जा रहीं हैं कि अमित शाह ने तमिलिसाई को फटकार लगाई है। वीडियो में देखा जा सकता है कि तमिलिसाई और अमित शाह के बीच चंद पलों की बातचीत होती है। तमिलिसाई अमित शाह का अभिवादन कर आगे बढ़ती हैं। वह जेपी नड्डा और नितिन गडकरी को प्रमाण करती हैं। दोनों केंद्रीय मंत्री भी उन्हें प्रणाम करते हैं। इस बीच अमित शाह उन्हें वापस बुलाते हैं और गंभीर चर्चा करते हैं। उनके हावभाव ऐसे हैं जैसे कोई कड़ा संदेश दे रहे हों।
अन्नामलाई और तमिलिसाई सौंदरराजन के समर्थकों के बीच चल रही कलह
कुछ लोगों ने इस घटना को तमिलनाडु भाजपा के भीतर चल रही अंदरूनी कलह से जोड़ा है। विशेष रूप से प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई और तमिलिसाई सौंदरराजन के समर्थकों के बीच कलह चल रही है। इस विवाद ने तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी डीएमके का ध्यान खींचा है। डीएमके प्रवक्ता सरवनन अन्नादुरई ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, "यह किस तरह की राजनीति है? क्या तमिलनाडु की एक प्रमुख महिला नेता को सार्वजनिक रूप से फटकारना शिष्टाचार है? अमित शाह को पता होना चाहिए कि हर कोई इसे देखेगा। यह बहुत गलत उदाहरण है!"
तमिलनाडु में भाजपा को नहीं मिली है एक भी सीट
दरअसल, लोकसभा चुनाव 2024 में तमिलनाडु में भाजपा को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली है। पार्टी पदाधिकारियों ने कथित तौर पर हार के लिए अन्नामलाई को जिम्मेदार ठहराया। उनका मानना है कि अन्नामलाई के रवैये के कारण ही AIADMK ने भाजपा से नाता तोड़ लिया। इससे पार्टी को काफी नुकसान हुआ।
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तमिलिसाई चेन्नई दक्षिण सीट से चुनाव हार गईं है। उन्होंने इस दृष्टिकोण का समर्थन किया कि अगर गठबंधन जारी रहता तो भाजपा-AIADMK मोर्चा 35 सीटें तक जीत सकता था। हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने अन्नामलाई पर कटाक्ष किया था। यह अन्नामलाई के समर्थकों को पसंद नहीं आया और उन्होंने तमिलिसाई को ऑनलाइन बदनाम किया।
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