सार

ISRO ने बताया कि लैंडर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर साफ्ट लैंडिंग करेगा। भारत यह उपलब्धि हासिल करने वाला अमेरिका, चीन और रूस के बाद चौथा देश बन जाएगा।

Chandrayaan 3 landing on Moon: चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल (एलएम) द्वारा अपना दूसरा और अंतिम डी-बूस्टिंग ऑपरेशन सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। 20 अगस्त को भारत अपने महत्वाकांक्षी चंद्र मिशन के करीब पहुंच गया। इसरो ने रविवार को बताया कि इसके साथ लैंडर उस कक्षा में पहुंच गया है जहां चंद्रमा का निकटतम बिंदु 25 किमी और सबसे दूर 134 किमी है। इसरो ने बताया कि मॉड्यूल को आंतरिक जांच से गुजरना होगा। सूर्योदय का लैंडिंग स्थल पर इंतजार करना होगा।

कब और कहां होगी लैंडिंग?

भारत का लैंडर मॉड्यूल 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह को टच करेगा। भारत यह उपलब्धि हासिल करने वाला अमेरिका, चीन और रूस के बाद चौथा देश बन जाएगा। इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाइजेशन ने बताया कि लैंडर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर साफ्ट लैंडिंग करेगा। चंद्रमा की सतह पर लैंडर के छूने के बाद भी इसका प्रोपल्सन मॉड्यूल पृथ्वी के वायुमंडल का अध्ययन करने के लिए चंद्रमा की परिक्रमा करता रहेगा।

इसरो ने चंद्रयान-3 के ऐतिहासिक लैंडिंग की डेट और टाइम के बारे में जानकारी देते हुए ट्वीट किया कि चंद्रयान-3, चंद्रमा की सतह पर 23 अगस्त 2023 को भारतीय समयानुसार लगभग 18:04 बजे उतरेगा। 14 जुलाई को भारत का चंद्रमा पर तीसरा मिशन शुरू हुआ था। इस मिशन को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया था। चंद्रयान-3 कुछ सप्ताह बाद 5 अगस्त को चांद की आर्बिट में प्रवेश किया था।

इसे कब और कहां देखा जा सकेगा?

इसरो ने बताया कि कैसे दुनिया भर के लोग चंद्रयान -3 को अपने चंद्र मिशन को सफलतापूर्वक पूरा करते हुए देख सकते हैं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अपनी अधिकारिक साइट पर पोस्ट किया कि इस ऐतिहासिल पल का बुधवार को 17.27 बजे से लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा। लाइव कवरेज इसरो वेबसाइट, यूट्यूब, इसरो के फेसबुक पेज और डीडी नेशनल टीवी चैनल सहित कई प्लेटफार्मों के माध्यम से किया जाएगा।

स्कूल-कॉलेजों व इंस्टीट्यूट्स में लाइव दिखाया जाएगा

इसरो ने कहा कि देश भर के सभी स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों को इस ऐतिहासिक आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए आमंत्रित किया गया है। सभी संस्थान अपने स्टूडेंट्स के लिए अपने-अपने कैंपस में इस ऐतिहासिक घटना की लाइव स्ट्रीमिंग करा सकते हैं।

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