सार

स्पेसक्राफ्ट बिल्कुल सही तरीके से काम कर रहा है। किसी प्रकार की कोई इशू रिपोर्ट नहीं की गई है। आर्बिट चेंज करने के लिए अगली फायरिंग अब मंगलवार को 2 से 3 बजे की बीच में किया जाना है।

Chandrayaan-3 to Moon Mission: 140 करोड़ भारतीयों की उम्मीदों को लेकर चांद का सफर तय कर रहा चंद्रयान-3 पृथ्वी की दूसरी आर्बिट में सफलतापूर्वक पहुंच चुका है। इसरो वैज्ञानिकों ने सोमवार को इसे दूसरी आर्बिट में सफल तरीके से भेजा। अब केवल तीन बाधाएं पारकर चंद्रयान-3 चांद की कक्षा में प्रवेश कर जाएगा। माना जा रहा है कि 1 अगस्त से वह पृथ्वी की आर्बिट छोड़कर चंद्रमा की ओर बढ़ना प्रारंभ कर देगा। सबकुछ ठीक रहा तो 23 तारीख को स्पेसक्राफ्ट चंद्रमा पर लैंड कर जाएगा।

अगली फायरिंग मंगलवार दोपहर में...

इसरो के अनुसार स्पेसक्राफ्ट 41603 Km x 226 Km ऑर्बिट में है। स्पेसक्राफ्ट बिल्कुल सही तरीके से काम कर रहा है। किसी प्रकार की कोई इशू रिपोर्ट नहीं की गई है। आर्बिट चेंज करने के लिए अगली फायरिंग अब मंगलवार को 2 से 3 बजे की बीच में किया जाना है। वैज्ञानिकों की मानें तो पृथ्वी के आर्बिट में कल के बाद दो बार और फायरिंग की जानी है। इसके बाद वह पृथ्वी के आर्बिट को छोड़ देगा। इसरो द्वारा किए जा रहे अपडेट्स के अनुसार, स्पेसक्राफ्ट 31 जुलाई और 1 अगस्त की मिडनाइट को पृथ्वी की कक्षा को छोड़कर चंद्रमा की ओर बढ़ने लगेगा। 5 जुलाई को वह ऐसे पोजिशन पर पहुंचेगा जहां से चंद्रमा की ग्रैविटी उसे कैप्चर कर लेगी। 23 तक उसके चंद्रमा पर लैंडिंग का अनुमान लगाया जा रहा है।

Mission Moon पर काम कर रहा भारत चौथा देश

मिशन मून के अंतर्गत भेजे गए चंद्रयान-3 की सफलता से भारत के अंतरिक्ष रिसर्च को नई गति मिलेगी। अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत चौथा देश होगा जिसका अंतरिक्ष यान चंद्रमा की धरती को छूएगा। चंद्रयान-3 के लैंडर का नाम विक्रम और रोवर का नाम प्रज्ञान है। 40 दिन बाद 23 अगस्त तक चंद्रयान 3 चांद की धरती को छू लेगा। पढ़िए लांचिंग से जुड़ी पूरी खबर…