सार

चीन पैंगोंग त्सो लेक पर पुल बना रहा है। यह पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारों को जोड़ेगा। दो महीने से इसका निर्माण चल रहा है। इसके बन जाने के बाद चीन की सेना झील के दोनों तरफ से पहुंचेगी। 

नई दिल्ली। LAC (Line of Actual Control) पर चीन पैंगोंग त्सो लेक पर पुल बना रहा है। चीन की सेना झील के अपने हिस्से में पुल बना रही है। दो महीने से इसका निर्माण चल रहा है। इसके बन जाने के बाद चीन की सेना झील के दोनों तरफ से पहुंचेगी। सैटेलाइट से ली गई तस्वीरों से इसका खुलासा हुआ है। 

पुल पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारों को जोड़ेगा। इसके बन जाने के बाद चीन की सेना भारतीय सीमा तक काफी तेजी से पहुंच सकती है। वर्तमान में उसे यहां तक पहुंचने में करीब 200 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। पुल बन जाने से यह दूरी मात्र 40-50 किलोमीटर रह जाएगी। जिस सफर में चीन की सेना को आठ घंटे लगते हैं उस दूरी को वह 2 घंटे में तय कर लेगी।

पुल का निर्माण खुर्नाक इलाके में किया जा रहा है। यह पैंगोंग झील का सबसे संकरा और दुर्गम हिस्सा है। इसे खुर्नाक से रूदोक तक बनाया जाएगा। चीनी सेना ने पुल के पार्ट्स तैयार कर लिए हैं। इस अब सिर्फ जोड़ा जाना बाकी है। बता दें कि पैंगोंग झील 135 किलोमीटर में फैली है। इसका एक तिहाई हिस्सा भारत के लद्दाख और शेष हिस्सा तिब्बत में पड़ता है। 

लद्दाख में चीन के 60 हजार सैनिक तैनात
एक न्यूज एजेंसी के अनुसार लद्दाख में चीन ने अपने 60 हजार सैनिकों को तैनात किया है। यहां भारतीय सेना की भी तैनाती है। लद्दाख में चीन और भारत के बीच 2020 से तनाव चल रहा है। अगस्त 2020 में भारतीय सेना के चीनी सेना को पछाड़ते हुए पैंगोंग त्सो लेक के दक्षिणी हिस्से में मौजूद तमाम पहाड़ी चोटियों पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद से चीन इस इलाके में तेजी से निर्माण कार्य कर रहा है। वह कई सड़कें भी बना रहा है ताकि सीमा पर सैनिकों को और हथियारों को तेजी से पहुंचाया जा सके।

 

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